0 यात्रियों को लौटाया गया दो करोड़ रुपये से अधिक का छूटा सामान

बिलासपुर। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने ‘ऑपरेशन नन्हें फरिश्ते’ चलाकर घर से भागे हुए व परिजनों से बिछुड़े हुए 259 नाबालिगों को रेस्क्यू किया है। उन्हें परिजनों या मान्यता प्राप्त NGO के संरक्षण में सौंपा गया है।

RPF प्रमुख ने बताया कि इन 259 नाबालिगों में 150 बालक एवं 109 बालिकाएं शामिल थे। उन्हें विभिन्न स्टेशनों, ट्रेनों में रेसक्यू कर गैर-सरकारी संगठनों व उनके अभिभावकों को सौंपा गया। रेलवे सुरक्षा बल नियंत्रण कक्ष में चौबीसों घंटे चल रहे सुरक्षा हेल्पलाइन और महिला हेल्पलाइन के माध्यम से यात्रियों को त्वरित सहायता की जाती है। महिला यात्रियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिये जा रहे है। रेलवे स्टेशनों में RPF के जवान सजग रहते हैं और उनकी नजर ऐसे बच्चों पर रहती है जो अकेले सफर कर रहे हों या परेशान हालत में हों। इन बच्चों से पूछताछ में जब खुलासा होता है कि वे घर से भाग कर आये हैं या उन्हें बहला-फुसला कर ले जाया जा रहा है, तब आगे की कार्रवाई की जाती है और फिर उन्हें चाइल्ड लाइन और बाल कल्याण समिति (CWC) के माध्यम से विधिवत ढंग से उनके परिजनों के सुपुर्द किया जाता है।

‘ऑपरेशन अमानत’ के सामानों की सुरक्षा

इसी तरह से एक साल के भीतर ऑपरेशन अमानत के तहत 1098 यात्रियों के स्टेशनों या ट्रेनों में गुम 2 करोड़ 13 लाख रुपये के सामान भी उन्हें वापस सौंपे गए हैं। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आरपीएफ कर्मचारियों द्वारा रात्रि में चलने वाली अतिसंवेदनशील ट्रेनों को एस्कॉर्ट किया जा रहा है। असुरक्षित ट्रेनों और स्टेशनों के बीच में पर्याप्त डिकॉय टास्क फोर्स टीमों की तैनाती की गई है। यात्री सामान की चोरी, नशाखोरी, पाकिटमारी तथा अन्य जघन्य अपराध जैसे चोरी, डकैती में शामिल अपराधियों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है ।

मदद के लिए 139 पर करें कॉल

यात्रा के दौरान यात्री कई बार या तो वे अपना सामान ट्रेन में अपनी सीट पर ही भूल जाते हैं या कई बार उनका सामान गुम हो जाता है । स्टेशन पर ट्रेन रुकते ही यात्री सबसे पहले अपने परिवार के लोगों को चढ़ाते या उतारते है। इसके बाद सामान को रखने की प्रक्रिया शुरू कर देते हैं, लेकिन जल्दबाजी में उनका कुछ सामान कभी-कभी ट्रेन या प्लेटफार्म पर छूट जाता है । ‘आपरेशन अमानत’ के तहत रेलवे सुरक्षा बल रेलवे यात्रियों को उनके छूटे सामान को वापस करने की पहल कर रहा है । गुम सामान के लिए यात्रियों को हेल्पलाइन नंबर 139 पर कॉल कर या स्टेशन पर संबंधित कार्यालयों में शिकायत करनी होती है। रेलवे सुरक्षा बल के जवान सामान की रिकवरी कर सत्यापन के बाद सामान संबंधित यात्री को वापस सौंपते हैं।

1098 यात्रियों को लौटाया उनका सामान

अप्रैल-23 से मार्च-24 तक रेल के सुरक्षा बल ने ‘ऑपरेशन अमानत’ के तहत 1098 यात्रियों को 2 करोड़ 13 हजार रुपये मूल्य के गुम हुये सामानों को वापस लौटाया है । इसके अंतर्गत बिलासपुर डिवीजन में 516 यात्रियों को 67 लाख 21 हजार रुपये का, रायपुर डिवीजन में 421 यात्रियों को 01 करोड़ 02 लाख 38 हज़ार रुपये का तथा नागपुर डिवीजन में 161 यात्रियों को 43 लाख 56 हज़ार रुपये का छूटा हुआ सामान वापस लौटाया। इसके अतिरिक्त गुम हुए सामान के बारे में रेलवे की वेबसाइट पर पैसेंजर एंड फ्रैट सर्विसेस सेक्शन से भी जानकारी मिलती है। यात्री अपने सामान की पहचान कर संबंधित डिवीजन के रेल सुरक्षा बल के कार्यालय से संपर्क करके अपना सामान वापस प्राप्त कर सकते हैं ।

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