जादू-टोना और तंत्र विद्या में दिलचस्‍पी रखने वालों की कमी नहीं. लेकिन क्‍या सच में इसकी पढ़ाई हो सकती है? इसका कोई स्‍कूल भी हो सकता है? आप जानकर हैरान होंगे कि ब्रिटेन की एक्‍सेटर यूनिवर्सिटी ऐसा कोर्स (Degree in Witchcraft) शुरू करने जा रही है. जहां तंत्र-मंत्र की पढ़ाई होगी और पीजी की डिग्री भी मिलेगी.

मुस्‍ल‍िम, ईसाई तंत्र विद्या की होगी पढ़ाई

साइंस जादू-टोना, तंत्र-मंत्र को नहीं मानता. लेकिन आप जानकर हैरान होंगे कि एक यूनिवर्सिटी जादू-टोने का कोर्स शुरू करने जा रही है. चुड़ैल से लेकर ड्रैगन तक सब कोर्स में शामिल हैं. तंत्र मंत्र कैसे होता है, छात्रों को इसकी ट्रेनिंग दी जाएगी. इतना ही नहीं, 2 साल का कोर्स करने के बाद स्‍टूडेंट्स को पीजी की डिग्री भी मिलेगी. आप जानकर और भी हैरान होंगे कि सद‍ियों से जिस मुल्‍क के लोग तंत्र मंत्र का मजाक उड़ाया करते थे, वहां इसकी पढ़ाई होने जा रही है. सबसे दिलचस्प बात तो ये हैं कि प्रोफेसर का कहना है कि जिन समस्‍याओं से आज के युवा जूझ रहे हैं, उसका हल तंत्र मंत्र की शक्‍त‍ियों में ही है. सोशल मीडिया में ही देख‍िए लोग इसकी तलाश करते नजर आते हैं.

आप सोच रहे होंगे कि क्‍या सच में ऐसा कोई स्‍कूल हो सकता है? तो हम बता दें कि बिल्‍कुल ऐसा होने जा रहा है. ब्रिटेन की एक्‍सेटर यूनिवर्सिटी जादू और गुप्‍त विज्ञान का कोर्स शुरू करने जा रही है. यह शायद दुनिया की पहली यूनिवर्सिटी होगी जहां, इस तरह की पढ़ाई कराई जाएगी. यहां की प्रोफेसर एमिली सेलोवे ने बताया कि जादू टोना और तंत्र विद्या में दिलचस्‍पी रखने वालों की कोई कमी नहीं. कई लोग इसे सीखना भी चाहते हैं. हमने सोशल मीडिया और सोशल स्‍टडी में यह बातें देखी हैं. ऐसे में इस तरह का कोई कोर्स चलाया जाए तो बहुत सारे स्‍टूडेंट्स आएंगे. इसे देखते हुए हम एक पोस्‍टग्रेजुएट यानी पीजी कोर्स शुरू करने जा रहे हैं.

इस्लामी परंपराओं में तंत्र मंत्र के बारे में जानेंगे स्टूडेंट्स

एमिली सेलोवे एक्‍सेटर यूनिवर्सिटीमें मध्यकालीन अरबी साहित्य पढ़ाती हैं और उन्‍हें ही इस कोर्स का कोआर्डिनेटर बनाया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, पढ़ाई के दौरान छात्र यहूदी, ईसाई और इस्लामी परंपराओं में तंत्र मंत्र के बारे में जानेंगे. उसके वैज्ञानिक पहलुओं के बारे में समझेंगे. समाज पर जादू टोने का क्‍या असर होता है, इसके बारे में भी बताया जाएगा. खास बात इसमें ड्रैगन और चुड़ैलों पर भी स्‍टडी की जाएगी. मध्‍यकालीन युग में मह‍िलाएं किस तरह जादू टोना करती थीं, उसके बारे में भी बताया जाएगा. यह एक यूनिक कोर्स होगा. बता दें कि ड्रैगन और चुड़ैल मध्‍यकालीन परंपरा का अहम हिस्‍सा रही हैं.


नेट पर नए और रचनात्मक समाधान तलाश रहे


एमिली सेलोवे ने कहा, अगर हम एक समाज के रूप में जिन समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उनके लिए वास्तव में नए और रचनात्मक समाधान तलाश रहे हैं तो दिक्‍कत क्‍या है. हमें इसके प्रत‍ि साहसी होना होगा. कुछ आजमाए गए पुराने तरीकों के बारे में जानना होगा. हम सावधानी पूर्वक इनका प्रयोग करें तो कई समस्‍याओं का समाधान कर सकते हैं.

सेलोवे ने कहा, जादू और तंत्र-मंत्र में लोगों की व्‍यापक रुचि है. खासकर युवा और मह‍िलाएं इसके बारे में खूब तलाश कर रही हैं. टिकटॉक पर #WitchTok हैशटैग की पापुलैरिटी इसका सबूत है कि लोग चुड़ैलों के बारे में कितना जानना चाहते हैं. इस हैशटैग से 50 मिलियन बार मैसेज किए गए हैं.

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