कोरबा। विधानसभा कोरबा की सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा लिए एक व्यक्ति 10 हज़ार के सिक्के लेकर जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचा, अधिकारियों ने सारे सिक्के लेने से यह कह कर इंकार कर दिया कि सिर्फ 1 हज़ार रूपये तक के सिक्के लिए जाएंगे, शेष राशि नोटों की शक्ल में जमा करनी होगी। नामांकन से वंचित कर दिए गए गणेश दास ने इसका विरोध किया है।

बोरी में लेकर पहुंचे थे सिक्के

गणेश दास महंत कोरबा जिले में परिवहन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष हैं और बाल्को के सेवानिवृत कर्मी है। नामांकन दाखिले के आखिरी दिन वे जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचे और बोरी में रखे 10 हज़ार के सिक्के जमा कर नामांकन पत्र दाखिल करना चाहते थे किंतु उनकी मंशा पूरी नहीं हो सकी।

चार साल से दान के पैसे किये थे इकट्ठे

गणेश दास ने बताया कि उनके संगठन से जुड़े लोगों ने एक-एक रुपए उन्हें पिछले 4 वर्षों से देना शुरू किया था और यह कहा था कि इन सिक्कों का इस्तेमाल विधानसभा चुनाव के लिए आपको करना है किंतु निर्वाचन अधिकारियों के कारण ऐसा नहीं हो पा रहा है। गणेश दास महंत के 10 हज़ार सिक्कों के सहारे चुनाव लड़ने की शुरुआत करने के प्रयास को फिलहाल झटका लगा है। उनके लाख अनुरोध और बहस करने के बावजूद अधिकारियों ने सिक्के लेने से मना कर दिया। इस वाकये के बाद यह चर्चा जोर पकड़ने लगी है कि क्या नामांकन के दौरान इस तरह सिक्के एक साथ लेना प्रतिबंधित है ?

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