कांकेर। छत्तीसगढ़ पुलिस में भी है एनकाउंटर स्पेशलिस्ट, जिसके नाम से नक्सलियों के कैंप में दहशत होती है, जी हां हम बात कर रहे हैं लक्ष्मण केंवट की, जो डीआरजी टीम का नेतृत्व करता है। कहा जाता है कि जिस मुठभेड़ में लक्ष्मण है, उसमें नक्सलियों को भागना पड़ेगा या जान खोना पड़ेगा। एक बार फिर ये बात सच साबित हुई, क्योंकि कांकेर के मुठभेड़ में लक्ष्मण केवट शामिल थे और DRG टीम का नेतृत्व कर रहे थे।

राष्ट्रपति से दो बार पुरस्कृत

लक्ष्मण केंवट के बार में बता दें उनके नक्सल क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के चलते उन्हें सिपाही से आउट ऑफ़ टर्न प्रमोशन मिला और वे निरीक्षक के पद तक पदोन्नत हुए। नक्सलियों से लगभग सौ एनकाउंटर में भाग लेकर वे काम से काम 50 नक्सलियों को मार चुके हैं। इसकी वजह से उन्हें दो बार राष्ट्रपति का अवार्ड भी मिल चुका है। आज कांकेर में हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मिडिया से चर्चा करते हुए लक्ष्मण ने मुठभेड़ की कहानी भी बयां की।

बस्तर पुलिस का दावा : 3 महीने में 71 नक्सलियों को किया ढेर

प्रदेश में पुलिस की नक्सलियों से अब तक की सबसे बड़ी मुठभेड़ के बाद बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने इस पूरे अभियान के बारे में जानकारी दी। उनके साथ कांकेर एसपी समेत बीएसएफ के अधिकारी और बड़ी संख्या में पुलिस के आला अधिकारी मौजूद रहे।

सुंदरराज पी. ने बताया कि इस साल उन्हें नक्सल मोर्चे पर कई बड़ी सफलता हाथ लगी हैं। जिसमें सबसे बड़ी सफलता कल यानि मंगलवार को मिली हैं। कांकेर के छोटा बेठिया के माड़ इलाके में उन्होंने 29 नक्सलियों को मार गिराने में कामयाबी पाई हैं। इस मुठभेड़ में 25 लाख का इनामी नक्सली शंकर राव और दस लाख रूपये की इनामी महिला नक्सली ललिता भी मारी गई है। इस एनकाउंटर में पुलिस को कोई क्षति नहीं हुई, यह उनकी बड़ी उपलब्धि हैं।

मारे गए ज्यादातर नक्सली वर्दीधारी

सुंदरराज पी ने दावा किया कि बीते तीन महीनों के भीतर बस्तर में जवानों ने 71 नक्सलियों को मार गिराया हैं, इनमें जयादातर वर्दीधारी नक्सली शामिल रहे हैं। पुलिस ने तीस से ज्यादा अत्याधुनिक हथियार भी बरामद किये हैं। इनमें एलएमजी, एके 47, इंसास और कई दूसरे हथियार भी शामिल हैं। फिलहाल सभी नक्सलियों की शिनाख्त नहीं हो पाई हैं, इसकी प्रक्रिया चल रही है।

जब्त हथियारों की लगाई प्रदर्शनी

पीसी के दौरान पुलिस ने कल के मुठभेड़ के बाद बरामद हथियारों और सामग्रियों की प्रदर्शनी भी लगाई। इनमें कई अत्याधुनिक हथियार शामिल हैं। इसके अलावा नक्सलियों के रसद और दवाइयां तथा दैनिक जरुरत की कई सामग्रियां शामिल हैं।

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