भिलाई। महतारी वंदन योजना के भारतीय जनता पार्टी द्वारा फॉर्म भरवाए जाने की शिकायत पर चुनाव आयोग ने पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पाण्डेय को नोटिस जारी किया है। आयोग ने इसे आचार संहिता का घोर उलंघन माना है।

कल 11 नवंबर को भिलाई नगर से भाजपा प्रत्याशी और छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय और उनके कुछ कार्यकर्ता सेक्टर 2 क्षेत्र में महतारी वंदन योजना का फार्म भरवा रहे थे, जिसे चुनाव आयोग ने मिथ्या फार्म याने की फर्जी फार्म ठहराया है। चुनाव के दौरान लालच देना, धमकाना या गलत अफवाह फैलाने जैसे कृत्य आचार संहिता अधिनियम के तहत उल्लंघन की श्रेणी में आते हैं। वहीं महिलाओं को 1000 रुपए महीने देने का लालच देकर भरवाए जा रहे फॉर्म में अब नया मोड़ आ गया है। चुनाव आयोग ने इसे फर्जी ठहराते हुए पूर्व मंत्री को नोटिस तलब कर दो दिनों के भीतर जवाब मांगा है अन्यथा लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 123 (2) के तहत कार्रवाई करने की बात कही है।

जहां मतदान हो चुके वहां महतारी योजना के फॉर्म नहीं

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की तेज हो रही सरगर्मी के बीच पहले चरण का मतदान पूरा हो चुका है लेकिन ऐसा कोई भी फार्म पहले चरण में हुए किसी भी विधानसभा में नहीं भरवाया गया जबकि 17 तारीख को होने जा रहे मतदान चरण की सीटों पर यह महतारी वंदन फार्म भरवाए जा रहे हैं। जिसमें घर घर जाकर महिलाओ से उनकी जानकारी लेकर फार्म भरवाया जा रहा है। जिसमें दावा किया गया कि चुनाव के बाद हर महीने 1000 रुपए याने साल के 12000 रुपए उनके खाते में मोदी सरकार ट्रांसफर करेगी।

ना पहचान पत्र ना बैंक खाते की जानकारी

गौर करने वाली बात यह है कि इस फार्म में साथ भाजपा ने ना ही किसी भी महिला का पहचान पत्र मांगा है और ना ही बैंक खाता से संबंधित कोई जानकारी चाही है। जोकि इस फार्म के पुष्टीकरण पर संशय पैदा करती है। हालांकि कोरबा सहित कुछ जिलों में महिलाओं से उनके आधार कार्ड की फोटोकॉपी ली गई है।

वहीं स्थानीय भाजपा नेता इसे एक सर्वे मात्र ठहरा रहे हैं। दूसरी तरफ चुनाव आयोग ने इसे फर्जी ठहराया है।

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