बलरामपुर। सरगुजा के बलरामपुर जिले में 26 मई की देर रात जंगल में बजरंग दल के जिला सह संयोजक सुजीत सोनी और उसकी एक परिचित युवती की लाशें मिलीं, जिनकी हत्या की आशंका को लेकर बजरंग दल ने पुलिस को 72 घंटों में हत्यारों को पकड़ने का अल्टीमेटम दिया था। अब पुलिस जांच में पता लगा है कि इन दोनों की मौत पास के गांव के लोगों द्वारा जंगली जानवरों को मारने के लिए बिछाए गए बिजली के तारों से करंट लगने से हुई थी।
पुलिस ने 3 को लिया हिरासत में
इस सिलसिले में पुलिस ने करीब के गांव के 3 लोगों को हिरासत में लिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह घटना एक अनायास हुई दुर्घटना है जिसमें जानवरों के लिए बिछाए गए करंट में इस युवक-युवती की मौत हो गई, और यह किसी भी तरह से हत्या नहीं है।
घटना की रात युवक सुजीत सोनी ने अपने घर से इस युवती को फोन किया था, और कुछ देर बाद उस युवती के घर के पास पहुंचकर फिर फोन किया था। इसके बाद दोनों एक दुपहिये पर सवार होकर बलरामपुर से कुछ किलोमीटर दूर एक जंगल में चले गए। रास्ते में एक पेट्रोल पंप के सीसी टीवी कैमरे पर भी इन दोनों का वीडियो दिख रहा है। इसके बाद युवक के लापता होने की खबर मिलने पर पुलिस ने मोबाइल की लोकेशन निकाली, और फिर जंगल जाकर दोनों लाशों को बरामद किया।
मौत को लेकर हुआ था प्रदर्शन
सुजीत सोनी के बारे में यह कहा जाता है कि वह बजरंग दल के लिए काम करते हुए गौ तस्करों के खिलाफ अभियान चलाता था। यही वजह है कि लाशें मिलने के तुरंत बाद से बजरंग दल ने भारी प्रदर्शन शुरू कर दिया, और पुलिस से यह लिखवा भी लिया था कि वह 72 घंटों में केस को सुलझा लेगी। इस बीच मीडिया में यह खबरें भी आईं कि इसके पीछे गौ तस्कर हो सकते हैं। लगातार इन्हें हत्या बताने के चलते तनाव बना हुआ था और विरोध में एक दिन बलरामपुर बंद भी रहा।
अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक इन दोनों की मौत बिजली के करंट से हुई है, और युवक की सिर्फ एक उंगली टूटी मिली है जो कि बिजली के झटके से गिरने और किसी पत्थर से टकराने की वजह से हो सकती है। इसके अलावा किसी तरह की भीतरी और बाहरी चोट के लिए मौत के लिए जिम्मेदार नहीं मिली है।
हाई वोल्टेज तार से ली गई थी बिजली
पुलिस ने जब बिजली से मौत की जांच की, तो घटनास्थल पर हाई वोल्टेज तारों से कनेक्शन लेकर जमीन पर फैलाने के सुबूत मिले। तारों को फैलाने के लिए खूंटी भी गड़ी मिली।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के जब पुलिस ने इस घटना स्थल के पास के गांव का पता लगाया, तो मालूम हुआ तो इस गांव के लोगों का जंगली जानवरों को मारने के लिए बिजली के तार फैलाने का लंबा इतिहास है। खुद गांव के लोग ऐसे तारों में फंसकर जान गंवा चुके हैं। पुलिस ने आज वहां के तीन लोगों को तार बिछाने के संदेह में हिरासत में लिया है। जानकारों का मानना है कि आधी रात के बाद अगर इस नौजवान ने अचानक अपनी महिला मित्र से मिलना तय किया, उसे लेकर जंगल में गया, तो ऐसे में किसी भी तरह की साजिशन हत्या की कोई आशंका नहीं दिखती है।