रायपुर। CGST की टीम ने फर्जी फर्म बनाकर इनपुट टैक्स का लाभ उठाने वाले संजय शेंडे नामक शख्स को गिरफ्तार किया है। संजय पर 10 करोड़ टैक्स चोरी करने का आरोप है।

CGST डिपार्टमेंट को मिली खुफिया जानकारी के आधार पर मेसर्स ज्योति ट्रेडिंग एंड कंपनी, मेसर्स क्लिफो ट्रेडिंग कंपनी, मेसर्स एस. एस. इंडस्ट्रीज और मेसर्स साई एंटरप्राइजेज, जो बिना किसी भी अंतर्निहित वस्तुओं या सेवाओं की आपूर्ति के नकली आईटीसी का लाभ उठाने और उपयोग करके जीएसटी की बड़े पैमाने पर चोरी में लगे हुए हैं, के विरुद्ध फेक आई टी सी तथा अभियोजन सेल, सीजीएसटी रायपुर ने डिवीजनः बिलासपुर के अधिकारियो के साथ उपरोक्त फर्मों के परिसर में दबिश दी।

कमिश्नर मो.अबू समा ने बताया कि जांच में पता चला कि संजय शेंडे, जो उपरोक्त सभी चार फर्मों को नियंत्रित कर रहे है, फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठा रहे थे। उन्होंने अस्तित्वहीन फर्मों के माध्यम से 10.14 करोड़ रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट पास किया और उसका उपयोग किया।

नई दिल्ली स्थित 22 अस्तित्वहीन तथा अकार्यशील फर्मों ने बिना किसी अन्तर्निहित सामान और सेवाओं की आपूर्ति के नकली बिल तैयार किए हैं और मैसर्स ज्योति ट्रेडिंग कंपनी, मेसर्स क्लिफो ट्रेडिंग कंपनी, मेसर्स एस एस एंटरप्राइजेज और मेसर्स साई इंडस्ट्रीज को जारी किए। शेंडे ने उपरोक्त आधार से बाहरी जीएसटी दायित्व के भुगतान के लिए नकली इनपुट टैक्स क्रेडिट (किसी भी अंतर्निहित वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति के बिना) का लाभ उठाया और उपयोग किया।

संजय शेंडे को सीजीएसटी अधिनियम 2017 की धारा 69(1) के प्रावधानों के तहत केंद्रीय जीएसटी टीम द्वारा 11 अगस्त को गिरफ्तार किया गया और अदालत में पेश किया गया। यहां सीजेएम अदालत ने आरोपी की 14 दिनों की हिरासत मंजूर कर ली है।

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