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जांजगीर-चांपा। जिले के बिरगहनी इलाके में 3 साल पहले एक मां ने अपने दो मासूमों की हत्या कर दी थी और बेटी को भी मार डालने का प्रयास किया था। इस मामले में अदालत ने उसे दोहरे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।

अभियोजन के मुताबिक 3 फरवरी 2020 को बिरगहनी के बलिराम यादव का अपनी पत्नी रंजीता यादव से घरेलू विवाद हुआ था। इससे नाराज होकर रंजीता अपने 3 माह के बेटे मुरली 2 साल के बेटे का नाम और 6 साल की आंचल को लेकर मायके नैला जाने के लिए निकली थी। मगर वह बीच रास्ते से वापस लौट गई। रात में उसने अपने पड़ोसी नीलकंठ के बरामदे में बच्चों के साथ रात गुजारी।

सुबह होने से पहले रंजीता ने अपने 3 माह के बेटे मुरली और 2 साल के बेटे कान्हा को मार डाला और शव को पड़ोसी के शौचालय में छुपा दिया। इसके बाद उसने अपनी 6 साल की बेटी आंचल का भी गला दबाने का प्रयास किया। इससे वह चीखने लगी। पड़ोसी इसे सुनकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने बच्ची की जान बचाई। दोनों बच्चों का शव शौचालय से बरामद कर लिया गया।

सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया। विवेचना के बाद कोर्ट में चालान पेश किया गया। तृतीय अपर सत्र न्यायाधीश पल्लवी तिवारी ने प्रकरण की सुनवाई के बाद अपने बच्चों की हत्या करने वाली महिला रंजीता यादव (24 वर्ष) को दोहरे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके अलावा दोनों हत्याओं पर 5-5 हजार रुपए का अर्थदंड आरोपित किया गया है।

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