मुरैना। मध्य प्रदेश में तीसरे चरण में मंगलवार को नौ संसदीय क्षेत्रों में मतदान हुआ। इसी दौरान मुरैना लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी सत्यपाल सिंह सिकरवार को जिला प्रशासन ने नजरबंद कर दिया है। इस दौरान कांग्रेस प्रत्याशी सिकरवार ने आरोप लगाया कि उन्हें सुबह सात बजे से बुला लिया गया। वह अपना वोट भी नहीं डाल पाए। उन्हें अपने पैतृक तोर गांव में मतदान करने जाना था।

तीनों प्रत्याशी पुलिस अभिरक्षा में

लोकसभा की मुरैना सीट जो कड़े मुकाबले वाली मानी जा रही है। यहां भाजपा ने शिवमंगल सिंह तोमर को उम्मीदवार बनाया है तो उनके सामने कांग्रेस ने सत्यपाल सिंह सिकरवार को मैदान में उतारा है। बसपा से रमेश गर्ग मैदान में हैं और उन्होंने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है।

पुलिस प्रशासन ने इन तीनों उम्मीदवारों को पुलिस लाइन में नजरबंद कर दिया। उम्मीदवारों का कहना है कि सोमवार की शाम को प्रशासन की ओर से उन्हें फोन आया था और पुलिस लाइन पहुंचने के लिए कहा गया था।

कांग्रेस उम्मीदवार सत्यपाल सिंह सिकरवार ने कहा कि आज सुबह उठने के बाद घिरौना मंदिर पहुंचा, जहां प्रभु की आराधना की और दर्शन कर आशीर्वाद लिया। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने व्यवस्था बनाई गई थी कि मुरैना लोकसभा के तीनों प्रत्याशी पुलिस अभिरक्षा में रहने वाले हैं। सिकरवार ने कहा कि विपक्ष का पूरा भरोसा लोकतंत्र और संविधान पर है। प्रशासन ने जो व्यवस्था की थी, इसलिए मैं सही समय पर आ गया।

हर चुनाव में होता है विवाद…

दरअसल, मुरैना में हर चुनाव में विवाद की घटना सामने आती हैं। विवाद की स्थिति को देखते हुए ऐहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने यह फैसला लिया है। मुरैना पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान ने तीनों प्रत्याशियों को तालाब किया और नजरबन्द कर दिया।

दो लाख से अधिक वोटों से जीत का दावा

कांग्रेस उम्मीदवार सत्यपाल सिकरवार ने कहा कि मैंने प्रशासन की कोई शिकायत नहीं की, सभी काम जनता के भरोसे छोड़ दिया है। जो होगा अच्छा होगा। इसके साथ ही कांग्रेस उम्मीदवार सत्यपाल ने दो लाख से अधिक वोटों से जीत का दावा भी किया है।

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