लखनऊ। स्वास्थ्य केंद्र में पसरी बदहाली दिखाना उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में एक यूट्यूबर को भारी पड़ गया। पहले महिला स्वास्थ्य कर्मी (ANM) ने ईंट और डंडे से यूट्यूबर पर हमला कर दिया, फिर पुलिस ने भी कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर यूट्यूबर को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधा तो उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ने जांच की बात कही है।

जानिए, क्या है पूरा मामला?

सुल्तानपुर जिले के सराय गोकुल में एक स्वास्थ्य उपकेंद्र बना हुआ है। यहां इसी गांव में रहने वाले यूट्यूबर ललित यादव ने केंद्र की बदहाली पर रिपोर्टिंग की। उसने कैमरे के सामने तमाम बदइंतजामी और परिसर में फैली गंदगी दिखाने की कोशिश की।

कैमरे पर अपनी बात रखते-रखते यूट्यूबर कंट्रोल रूम में जाने की कोशिश करने लगा। इस पर ANM ने उसे बाहर निकाल दिया। इसके बाद ANM ने ललित को चप्पल, इंट और डंडे से मारने की कोशिश की। इस पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है। हमले के दौरान ललित अपने आप को बचाने की कोशिश कर रहा है और दूसरे हाथ में माइक लिए कमेंट्री भी कर रहा है।

पुलिस ने युट्यूबर को ही गिरफ्तार किया

यह मामला थाने तक पहुंचा। दोनों पक्ष ने थाने में रपट लिखवाई लेकिन पुलिस ने यूट्यूबर को ही गिरफ़्तार कर लिया है। दरअसल घटना का वीडियो वायरल होने के बाद एएनएम ने थाने पहुंचकर यूट्यूबर के खिलाफ तहरीर दी और छेड़खानी का मुकदमा दर्ज करवा दिया

युट्यूबर के खिलाफ ये हैं धाराएं

मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 384 (रंगदारी), 354 (महिला पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग करना), 353 (लोकसेवक पर हमला या आपराधिक बलप्रयोग), 504 (जानबूझकर अपमान करने के लिए उकसाना) और 506 (आपराधिक धमकी) लगाई गई है। इसके अलावा सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारन अधिनियम की धारा 2 और 3 का भी प्रयोग है। इसके बाद पुलिस ने यूट्यूबर को गिरफ्तार कर लिया।

सुलतानपुर ज़िले की पुलिस ने एक बयान किया है। उसमें कहा गया है, “थाना कूरेभार पुलिस टीम द्वारा सीएन-173/23 धारा 384, 354, 353, 504, 506 आईपीसी और 2/3 सार्वजनिक सम्पत्ति नुकसान निवारण अधिनियम से संबंधित अभियुक्त ललित कुमार यादव को नियमानुसार दिनांक 6 जुलाई को न्यायिक रिमांड पर न्यायालय सुलतानपुर रवाना किया गया।”

अखिलेश यादव ने ट्वीट कर दी ये प्रतिक्रिया

इस मामले को लेकर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ट्वीट किया। इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, “भाजपा के शासनकाल में उत्तर प्रदेश के सरकारी अस्पताल की दुर्दशा का हाल उजागर करनेवाले एक मीडियाकर्मी को स्वास्थ्यकर्मी द्वारा पीटे जाने की घटना को आपराधिक मामले की तरह देखा जाए। अगर हर ज़िले में एक भी ऐसा दुस्साहसी पत्रकार हो जाए तो उत्तर प्रदेश की सच्चाई सबको पता चल जाए।” अखिलेश ने ट्वीट के साथ वीडियो भी वायरल किया है।

डिप्टी सीएम ने की जांच की बात

एएनएम के द्वारा यूट्यूबर की पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने नाराजगी जताना शुरू किया, तब उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने इस मामले में जांच की बात कही है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, “जनपद सुलतानपुर में ANM सेंटर में पत्रकार के साथ महिला स्वास्थ्यकर्मी द्वारा अभद्र व्यवहार किये जाने व चप्पल व लाठी से पीटने संबंधी प्रकरण का संज्ञान लेते हुए मेरे द्वारा दिये गये आदेश के क्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी, सुल्तानपुर द्वारा प्रकरण की जांच हेतु ACMO की अध्यक्षता में एक समिति गठित कर दी गई है.

उन्होंने आगे कहा कि जांच रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर मांगी गई है। दोषी स्वास्थ्यकर्मी के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।

इस मामले को लेकर सुलतानपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डीके त्रिपाठी ने मीडिया को बताया कि डिप्टी सीएम के निर्देश के अनुसार जांच टीम गठित कर दी गई है, रिपोर्ट मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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