रायपुर। आयकर टीम की पूर्व मंत्री अमरजीत भगत और उनके कारोबारी सहयोगियों के 40 ठिकानों में तीसरे दिन भी छानबीन जारी है। आज जांच के दौरान अफसरों के साथ विवाद, झूमाझटकी होने की जानकारी सामने आई है।

कुछ और आये घेरे में

बताया जा रहा है कि आज चार और ठिकानों में जांच पूरी कर टीमें लौट आई है। अब तक नौ ठिकानों में जांच ख़त्म हो गई है। तो कल रात मैनपाट और आज रायपुर, राजनांदगांव में एक- एक ठिकाने और घेरे में आए हैं। आयकर अफसर, गौ सेवा आयोग के पूर्व सदस्य भगत के एक अन्य करीबी अजय यादव को भी जांच के घेरे में लिया है।

ED को सौंपा जा सकता है मामला

आयकर टीम अब जांच भगत, हरपाल और चौहान बिल्डर डेवलपर्स पर केंद्रीत हो गई है। कोल घोटाले में सूर्यकांत तिवारी की डायरी में नाम आने के बाद आयकर अफसर मनी लांड्रिंग के नजरिए से भी जांच कर रहे हैं। ऐसे में मामला ईडी को सौंपा जा सकता है।

‘ढाई करोड़ नगद – ढाई करोड़ के जेवर’

सूत्रों के मुताबिक इन ठिकानों से बड़े पैमाने पर जमीन के सौदों के दस्तावेज भी मिले हैं। इन्हें सीज किया गया है। पहले दो दिन की कार्रवाई में आयकर टीम मे सभी लोगों के ठिकानों से 2.50 करोड़ रूपए नगद और 2.50 करोड़ के जेवर मिले हैं। ये सभी सीज किए गए हैं। इनके अक्सर होने वाले विदेश दौरों के भी कारणों, खर्च आदि की पड़ताल चल रही है।

दो दर्जन आवास और कई दफ्तर आये जद में..

आयकर की टीमों ने अब तक जिन ठिकानों में छापा मारा उनमें प्रमुख रूप से 23 आवास और 15 दफ्तर शामिल हैं। इस कार्रवाई में आयकर के 200अफसर, कर्मी और 100 सशस्त्र जवान लगाए गए हैं। भगत के निकटवर्ती स्टाफ में इंस्पेक्टर रूपेश नारंग, डिप्टी कलेक्टर अमित शेट्टे, पीए स्टाफ मेें राजेश वर्मा, ड्राइवर महेंद्र पासवान प्रमुख हैं।

इनके अलावा कारोबारी सहयोगियों में लॉविस्टा निवासी हरपाल अरोरा के अलायम इंफ्रावेंचर्स,अंबिका इंफ्राकॉम, अरोरा कॉलोनाइजर एंड बिल्डकॉन प्रालि., अरोरा इंफ्रावेंचर्स प्रालि.सी-2/202, ऐश्वर्या चेंबर तेलीबांधा के पास जीई रोड शामिल है। इनके अतिरिक्त रियल एस्टेट कारोबारी कैलाश बजाज, थ्री-एस इंफ्रास्ट्रक्चर और अरम इंफ्रास्ट्रक्चर के मालिक नरेश, विकी, अविनाश शेरवानी, अजय चौहान ग्रुप के चौहान हाउसिंग प्रालि.भिलाई -दुर्ग, चौहान आटोमोबाइल में भी टीमें डटी हुई है।

Loading

error: Content is protected !!