सुकमा/बीजापुर। सुकमा व बीजापुर जिले के बॉर्डर पर टेकुलगुड़ेम में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें 3 जवान शहीद हो गए, वहीं 14 जवान घायल बताये गए हैं। घायलों का प्राथमिक इलाज सिलगेर कैम्प में करने बाद चॉपर से 8 जवानों को रायपुर लाया गया है।

नए कैम्प की स्थापना, और हुआ हमला

पुलिस के मुताबिक आज जिला सुकमा/बीजापुर की सीमावर्ती क्षेत्र टेकलगुड़ेम गांव में (थाना जगरगुण्डा, जिला सुकमा) नक्सल गतिविधि के ऊपर अंकुश लगाते हुये क्षेत्र की जनता को मूलभूत सुविधा से लाभान्वित करने हेतु सुरक्षा कैम्प स्थापित की गई।

कैम्प स्थापना के पश्चात् जोनागुड़ा-अलीगुड़ा क्षेत्र में गश्त कर रही कोबरा/एसटीएफ/डीआरजी बल पर नक्सलियों द्वारा फायरिंग की गई। सुरक्षा बल द्वारा भी माओवादी फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब देते हुये जवाबी कार्रवाई की गई।

सुरक्षा बल के बढ़ते दबाव को देखकर माओवादी जंगल का आड़ लेकर भाग गये। उक्त मुठभेड़ में 3 जवान शहीद हुए तथा 14 जवान घायल हुये। घायल जवानों की स्थिति खतरे से बाहर है तथा इलाज हेतु रायपुर भेजा गया है।

23 जवानों की यहीं हुई थी शहादत

ज्ञात हो कि वर्ष 2021 में टेकलगुड़ेम के जंगल में हुये पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में 23 जवानों की शहादत हुई थी।

ये जवान हुए घायल

मुठभेड़ में घायल जवानों में ओमप्रकाश राउत, हरेंद्र सिंह, रबडेकर रामदास, गोपीनाथ बासुमातरी, टी मधुकुमार, मलकीत सिंह लाम्बा, राजेश पांचाल, मनोज नाथ, मोहम्मद इरफान, ई. वंकेश, विकास कुमार व अविनाश शर्मा शामिल हैं।

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