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लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में एक पीड़िता ने DGP ऑफिस में तैनात एक चर्चित पुलिस अधिकारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने राहुल श्रीवास्तव नाम के एक पुलिस अधिकारी के खिलाफ सेक्सुअल हैरेसमेंट के तहत शिकायत दर्ज कराई थी। जिसको लेकर गोमतीनगर विस्तार थाने में राहुल श्रीवास्तव, उनकी पत्नी मानिनी श्रीवास्तव और राहुल के 4 दोस्तों के खिलाफ रेप, जबरन अबॉर्शन और आपराधिक धमकी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

FIR के बाद जांच शुरू

पुलिस सूत्रों के अनुसार करीब तीन महीने से पीड़िता राहुल श्रीवास्तव पर दुष्कर्म का आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग कर रही थी और जब उसने सोशल मीडिया पर आखिरी चेतावनी दी तो प्राथमिकी दर्ज की गयी। तीन महीने बाद मुकदमा दर्ज होने के बाद पीड़िता ने राहुल श्रीवास्तव के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के साथ ही निलंबित करने की मांग भी की है। पुलिस इस मामले की जांच में जुट गई है। यूपीएससी की तैयारी करने के दौरान पीड़िता राहुल श्रीवास्तव के संपर्क में आई थी। लंबे समय से डीजीपी ऑफिस में तैनात राहुल श्रीवास्तव DGP के PRO भी रह चुके हैं।

बीते 5 साल से यौन शोषण करने का आरोप

पीड़िता ने बताया कि राहुल श्रीवास्तव वर्तमान समय में यूपी एटीएस में एएसपी के पद पर तैनात हैं। पीड़िता ने राहुल श्रीवास्तव के खिलाफ सेक्सुअल हैरेसमेंट के तहत शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़िता ने बताया कि पिछले दो महीने तक इस मामले में कुछ नहीं हुआ था। ट्वीट करने के बाद भरोसा दिलाया गया था कि न्याय मिलेगा। पीड़िता ने कहा कि मेरी फोटोज और वीडियो लेकर मुझे ब्लैकमेल कर रहे हैं।

अप्रैल 2023 में पीड़िता का हुआ था अबॉर्शन

पीड़िता ने बताया कि 2023 में राहुल श्रीवास्तव के जरिए मेरी प्रेग्नेंसी भी हुई थी, जिसके बाद राहुल श्रीवास्तव ने अप्रैल 2023 में मेरा अबॉर्शन भी करा दिया था। पीड़िता ने कहा कि अब राहुल श्रीवास्तव हर आरोप को डिनाई करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मेरे पास सारे सबूत हैं। इसके साथ ही पीड़िता ने बताया कि डीजीपी साहब से बात हुई थी, तब उन्होंने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था, लेकिन बाद में डीजीपी और एडीजी एलओ प्रशांत कुमार ने मेरा नंबर ब्लॉक कर दिया था। पीड़िता ने राहुल श्रीवास्तव और उनकी पत्नी पर जान से मारने की धमकी देने और परिवार को झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया है। इनके खिलाफ शिकायत करने के बाद पीड़िता को सुरक्षा भी दी गई थी।

आरोपी के निलंबन की मांग

पीड़िता ने राहुल श्रीवास्तव को निलंबित करने की मांग की है। इनकी पत्नी समेत सभी दोस्तों पर सख्त कार्रवाई करने की भी मांग की है। पीड़िता ने कहा कि मेरे पास सारे साक्ष्य मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि राहुल की पत्नी को घर जाकर इस बारे में बताया था, लेकिन आखिर में उन्होंने खुद प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। राहुल की पत्नी लखनऊ यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के पद पर तैनात हैं। पीड़िता ने बताया कि पैसे देकर मामले को दबाने की भी कोशिश की गई थी। बताया जा रहा है कि पीड़िता 2018 में यूपीएससी की तैयारी कर रही थी। उसी तैयारी के दौरान पीड़िता राहुल श्रीवास्तव के संपर्क में आई थी। नंबर लेन-देन के बाद राहुल श्रीवास्तव स्टडी मटेरियल देते थे।

इन धाराओं में दर्ज हुई एफआईआर

गोमती नगर विस्तार थाने के प्रभारी ने बताया कि एक पीड़िता की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुरानी घटना का जिक्र करते हुए घटना के बारे में बताया है। उसी आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है। थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़िता ने राहुल श्रीवास्तव पर रेप करने का आरोप लगाया है। तहरीर में राहुल के अलावा अन्य लोगों पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है। FIR बीती रात दर्ज की गई है। जानकारी के मुताबिक धारा भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (दुष्कर्म), 313 (महिला की सहमति के बिना गर्भपात) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें राहुल श्रीवास्तव, उनकी पत्नी मानिनी श्रीवास्तव, सौरभ, सतीश, विक्रम, सिद्धार्थ और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है।

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