कोरबा। जिले में संचालित शासकीय बाल संप्रेक्षण गृह में लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है। यहां ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड के जवान की लापरवाही के चलते 4 किशोर भाग खड़े हुए। इस घटना के बाद हड़कंप तो मचा मगर शोर नहीं मचाया गया।

अभी तक जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक घटना सुबह 8-9 बजे के आसपास की है। यहां ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड का जवान दरवाजे को खोलकर बैठा हुआ था। उसकी बेखयाली का फायदा उठाते हुए 4 लड़के निकल भागे। जब तक जवान कुछ कर पाता लड़के उसकी नजरों से ओझल हो चुके थे।

कोरबा के रिसदी में एक निजी मकान में किराए पर संचालित बाल संप्रेक्षण गृह में घटी इस घटना की सूचना यहां के प्रभारी महिला एवं बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी बजरंग प्रसाद सांडे को दी गई। इसके बाद अधिकारियों द्वारा मामले की प्रारंभिक सूचना बालको और सिविल लाइन थाने को दी गई।

एक के पकड़ में आने की खबर

इस घटना को इतना गोपनीय रखा गया कि दिन भर मीडिया तक को इसकी जानकारी नही लग सकी। इस बीच फरार किशोरों की तलाश होती रही। इस संबंध में जब khojkhabar.net ने प्रभारी अधिकारी बजरंग प्रसाद सांडे से जानकारी चाही तो उन्होंने बताया कि फरार किशोरों में दो कोरबा के और दो जांजगीर जिले के हैं। चारों चोरी के अलग-अलग मामलों में पकड़े गए हैं। खोजबीन के दौरान इनमें से जांजगीर के एक किशोर को पकड़ लिया गया है। वही अन्य के लोकेशन ट्रेस करके उन्हें भी पकड़ने के प्रयास किये जा रहे हैं।

संप्रेक्षण गृह में अव्यवस्था का आलम

कोरबा के इस संप्रेक्षण गृह में अव्यवस्था और गंदगी का आलम है और इसकी शिकायत कई बार जिला प्रशासन से की जा चुकी है। बताया जाता है कि यहां की सफाई अच्छी तरह नहीं होने के चलते तीखी बदबू आती है। आलम ये है कि यहां नियमित रूप से निरीक्षण के लिए आने वाले न्यायाधीश और अन्य लोग मुंह पर रुमाल लगाकर अंदर घुसते हैं और निरीक्षण के बाद जब बाहर निकलते हैं तभी उनके मुंह से रुमाल हटता है। यहां के अव्यवस्था की शिकायत निरीक्षण अधिकारी द्वारा जिलाधीश से की जा चुकी है मगर अब तक यहां सुधार के प्रयास नहीं किए गए हैं।

भवन बन चुका मगर शिफ्टिंग क्यों नहीं..?

मजे की बात ये है कि महिला एव बाल विकास विभाग के अधीन संचालित सारे होम्स (बालक-बालिका गृह, संप्रेक्षण गृह औऱ अन्य) तथा कार्यालय के लिए बड़ा भवन कोरबा-दर्री मार्ग पर कोहड़िया के पास DMF के मद से सालों पहले बन चुका है, मगर पहुंच मार्ग का निर्माण अब तक नहीं किया जा सका है। इस बहाने यहां अब तक शिफ्टिंग का काम रोककर रखा गया है। बताया जा रहा है कि महिला एव बाल विकास विभाग के अधिकारी बाल संप्रेक्षण गृह के किराए में मिलने वाले कमीशन के फेर में शिफ्टिंग में रुचि नहीं दिखा रहे हैं।

Loading

error: Content is protected !!