हैदराबाद। तेलंगाना में ACB ने एक महिला अभियंता को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। कार्रवाई के बाद यह महिला कैमरे के सामने रोने लगी, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के अनुसार, तेलंगाना के जनजातीय कल्याण इंजीनियरिंग विभाग की महिला अधिकारी की गिरफ्तारी एक व्यक्ति की शिकायत के बाद हुई, जिसने के जग ज्योति पर आधिकारिक लाभ के बदले रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। एसीबी ने मामले में तुरंत ऐक्शन लिया और अधिकारी को रिश्वत की रकम प्राप्त करते हुए पकड़ा।

टेंडर के नाम पर मांगी थी रिश्वत

शिकायतकर्ता का कहना है कि उसने अधिकारी के जग ज्योति से एक निविदा के लिए आवेदन किया था, लेकिन अधिकारी ने उसे बताया कि उसका आवेदन स्वीकार करने के लिए उसे 84 हजार रुपए की रिश्वत देनी होगी। शिकायतकर्ता ने इस बात को ACB को सूचित किया और उनके साथ मिलकर एक जांच शुरू की। ACB ने शिकायतकर्ता को चिह्नित नोट दिए, जिन पर फिनोलफथेलिन का उपयोग किया गया था।

बातचीत रिकॉर्ड करने के बाद दिलवाई रिश्वत

रिश्वत लेते हुए पकड़ी गई महिला से पहले शिकायतकर्ता ने उसकी बातचीत को रिकॉर्ड किया। फिर अधिकारी को रिश्वत के रूप में चिह्नित नोट दिए और जैसे ही अधिकारी ने नोट लिए, ACB के अधिकारी ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने उसके हाथों का फिनोलफथेलिन टेस्ट किया, जो पॉजिटिव आया। इसका मतलब था कि उसने रिश्वत ली थी। अधिकारी को पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उसका वीडियो बनाया गया। वीडियो में वह रोती हुई दिखाई देती है और अपनी गलती को मानती है।

क्या होता है फिनोलफथेलिन परीक्षण

रिश्वत लेने के बाद के जगा ज्योति ने फिनोलफथेलिन परीक्षण कराया गया। जिसमें उनके दाहिने हाथ की उंगलियों का परीक्षण पॉजिटिव आया। फिनोलफथेलिन, एक रासायनिक यौगिक होता है जो छूने से हमारे हाथ गुलाबी हो जाते हैं। गौरतलब है कि आमतौर पर पुलिस की टीम रंगे हाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार करने के लिए इस तरह की तकनीकी का इस्तेमाल करते हैं। यह दस्तावेज या नोटों पर लगाया जाता है जिसे छूने पर इसके निशान हाथ पर आ जाते हैं। यह रसायन हमे नहीं दिख पाता लेकिन, परीक्षण के बाद हमारे हाथ गुलाबी रंग के हो जाते हैं।

एसीबी ने कहा कि जग ज्योति ने शिकायतकर्ता का लाभ हासिल करने के लिए अपने पद का अनुचित फायदा उठाया और अपने पद के साथ बेईमानी की। गिरफ्तारी के बाद उसके कब्जे से रिश्वत की रकम ₹84,000 बरामद कर ली गई है। फिलहाल कार्यकारी अभियंता हिरासत में है और उसे हैदराबाद की अदालत में पेश किया जाएगा।

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