AROPI

कांकेर। जिले में 35 लाख रुपये से ज्यादा का धान खरीदी केंद्र के कर्मचारियों ने गायब कर दिया। इस उपार्जन केंद्र में 37 लाख रुपये से ज्यादा की गड़बड़ी पकड़ी गई है। जिसकी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की ओर से जांच की गई थी। घोटाला उजागर होने के बाद शाखा प्रबंधक ने धोखाधड़ी के आरोप में समिति प्रबंधक, खरीदी प्रभारी, कंप्यूटर ऑपरेटर और बारदाना प्रभारी के खिलाफ मामला दर्ज कराया।

धान और बारदाने की हुई गड़बड़ी

पुलिस के मुताबिक, आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित, छोटे बेठिया में सारी गड़बड़ी हुई है। यहां के धान उपार्जान केंद्र में 1724 क्विंटल धान खरीदा गया। जिसका समर्थन मूल्य 35 लाख 18 हजार 184 रुपए और बारदाने में करीब दो लाख चार हजार 106 रुपये की अनियमितता पकड़ी गई है। इसमें कोयलीबेड़ा के प्रभारी प्रबंधक आरडी मानिकपूरी, खरीदी प्रभारी दिलीप बैरागी, ऑपरेटर विजय राय और बारदाना प्रभारी सुरंजन सरकार को जिम्मेदार पाया गया।

मुख्य आरोपी अब भी है फरार

इस धान खरीद केंद्र से 37 लाख का घोटाला करने वाले चार आरोपितों में से 3 आरोपी खरीद केंद्र प्रभारी दिलीप बैरागी, बारदाना प्रभारी सुरंजन सरकार, कम्प्यूटर ऑपरेटर विजय राय को छोटे बेटियां पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है। वहीं चौथा आरोपित बांदे लैम्प्स प्रबंधक आरडी. मानिकपुरी है।

कलेक्टर प्रियंका शुक्ल ने दिया था

इस मामले की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद जिला कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला के आदेश के बाद जिला सहकारी बैंक के प्रबंधक ने चार आरोपितों के खिलाफ छोटे बेठिया थाने में धान खरीद में 37 लाख की हेरा-फेरी करने का मामला दर्ज कराया था, मामले में छोटे बेठिया धान खरीदी केंद्र प्रभारी दिलीप बैरागी, बारदाना प्रभारी सुरंजन सरकार, कम्प्यूटर ऑपरेटर विजय राय को गिरफ्तार कर कार्यवाही उपरांत जेल दाखिल कर दिया गया। वहीं चौथा आरोपित लैम्स प्रबंधक आरडी. मानिकपुरी अभी भी फरार है।

Loading

error: Content is protected !!