सुकमा। जिले के आवासीय कन्या छात्रावास में छात्रा से दुष्कर्म के मामले ने अब राजनीतिक रूप ले लिया है। इस मामले में प्रमुख विपक्षी पार्टी भाजपा की ओर से सरकार को घेरने का प्रयास शुरू कर दिया गया है। पार्टी की ओर से दोषी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की जा रही है।

भाजपा की जांच टीम पहुंची एर्राबोर

इस घटना की खबर लगते ही भाजपा के प्रदेश महामंत्री केदार कश्यप ने 5 सदस्य जांच टीम गठित कर जांच के लिए एर्राबोर रवाना किया। इस टीम में शामिल विधायक रंजना साहू, पूर्व मंत्री सुश्री लता उसेंडी, प्रदेश मंत्री ओजस्वी मंडावी, प्रदेश अध्यक्ष महिला मोर्चा शालिनी राजपूत, सुधीर पांडे ने एर्राबोर के पोटाकेबिन पहुंच कर संबंधितों से घटना के बारे में जानकारी ली। वहीं पन्द्रह दिन पूर्व दोरनापाल में 5 साल की नाबालिक के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया था। भाजपा की जांच टीम ने दोरनापाल में परिजनो के घर जा कर मुलाकात किया व बच्ची का हाल चाल जाना।

रात के वक़्त नहीं है गार्ड की तैनाती

जांच टीम में शामिल महिला विधायक रंजना साहू ने बताया कि इस छात्रावास में सुरक्षा व्यवस्था के लिए महिला होमगार्ड की केवल दिन में व्यवस्था की गई है। रात के वक्त भी गार्ड की तैनाती के लिए छात्रावास प्रबंधन द्वारा प्रशासन को लिखा जा चुका है, बावजूद इसके अब तक कोई भी इंतजाम नहीं किया जा सका है।

पखवाड़े भर में दूसरी घटना

बता दें कि सुकमा जिले में एर्राबोर के पोटाकेबिन आवासीय परिसर में पहली कक्षा की छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। क्षेत्र में 15 दिनों के भीतर बच्चियों के साथ दुष्कर्म की यह दूसरी बड़ी घटना है। मामले के प्रकाश में आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के विरूद्ध पॉक्सो एक्ट का प्रकरण दर्ज कर पीड़िता का मेडिकल करवाया है।

इस घटना की कांग्रेस, भाजपा, सर्व आदिवासी समाज समेत विभिन्न राजनीतिक दलों ने निंदा की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

भाजपाइयों ने किया चक्का जाम

इस घटना को लेकर आज भाजपाइयों ने घटना स्थल पहुंच कर चक्का जाम कर एनएच में धरना प्रदर्शन किया और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि घटना को लेकर पुलिस गंभीर है।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित चार थाने की पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई है। आरोपी के तलाश के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौरव मंडल की अध्यक्षता में 8 सदस्य टीम के साथ साथ चार थाने की पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी है। उन्होंने बताया कि आरोपी को बख्सा नहीं जाएगा और शीघ्र ही आरोपी की गिरफ्तारी होगी।

सर्व आदिवासी समाज ने उठाई मांग

इस मामले में सर्व आदिवासी समाज ने कन्या छात्रावास की सुरक्षा पर भी सवाल उठाया है। परिजनों ने कहा कि कन्या छात्रावास में जिले के अलग-अलग ग्रामीण क्षेत्रों से छात्राओं को पढ़ाने के लिए भेजा जाता है, लेकिन सुरक्षा के दावों के बीच कन्या आश्रम में किसी अज्ञात व्यक्ति का प्रवेश करना और छात्रा से दुष्कर्म जैसी घटना को अंजाम देना कन्या आवासीय विद्यालय के स्टाफ की लापरवाही को दर्शाता है. इसलिए परिजनों ने कन्या आश्रम की अधीक्षिका और सहायक अधीक्षिका पर इस मामले में लापरवाही बरतने के लिए FIR दर्ज करने की मांग की है।

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