भुवनेश्वर। पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन (DMF) से 9.6 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

उड़ीसा EOW के एक अधिकारी ने बताया कि आरोपी की पहचान पोमेश टेंभरे के रूप में हुई है। वह मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले का रहने वाला है। उसे 26 अप्रैल को गिरफ्तार करने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर भुवनेश्वर लाया गया और सोमवार को उसे बालासोर की एक अदालत में पेश किया गया।

बैंक ऑफ इंडिया, बारीपदा के मुख्य प्रबंधक द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक, जालसाज ने फर्जी चेक बनाकर मयूरभंज के DMF के खाते से 9.56 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये।

जमा रकम की निकासी पर रोक

अधिकारी ने बताया कि अवैध रूप से अंतरित की गई राशि में से 5.04 करोड़ रुपये के साथ ही 33 खातों में जमा 13.56 लाख रुपये की निकासी पर रोक लगा दी गई है।

मोबाइल बंद कर फरार था आरोपी

मिली जानकारी के मुताबिक पोमेश अपना मोबाइल फोन बंद करके नक्सल प्रभावित एक गांव में छिपा हुआ था। ओडिशा EOW की टीम ने स्थानीय पुलिस और केन्द्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की मदद से उसे गिरफ्तार कर लिया।

छग सहित कई राज्यों में सक्रिय है गिरोह

जांच के दौरान ईओडब्ल्यू ने पाया कि पोमेश एक बड़े गिरोह का सदस्य है, जिसका जाल छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा तक फैला हुआ है। ओडिशा पुलिस अन्य जालसाजों तक पहुंचने के लिए आगे की जांच कर रही है।

गौरतलब है कि इससे पूर्व छत्तीसगढ़ में भी इसी तरह फर्जी चेक के माध्यम से शासकीय तथा निजी संस्थाओं से बड़ी रकम निकाले जाने के मामले प्रकाश में आ चुके हैं। उड़ीसा EOW द्वारा पकड़े गए शख्स से पूछताछ से छत्तीसगढ़ सहित दूसरे राज्यों में किये गए फ्रॉड का भी खुलासा हो सकता है।

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