0 ढाई करोड़ रुपए का मनी ट्रेल उजागर

गोधरा। गुजरात में नीट की परीक्षा में नकल कराने के गोरखधंघे का खुलासा हुआ है। गुप्त सूचना के बाद पंचमहाल जिले के कलेक्टर की निगरानी में हुई कार्रवाई के बाद परीक्षा में शिक्षक और दो अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने सात लाख रुपये की बरामदगी की है। इतना ही नहीं इस मामले में पुलिस रॉय ओवरसीज के मालिक परशुराम राय को वडोदरा से अरेस्ट किया है। इस सनसनीखेज मामले में सामने आया है कि आरोपियों ने छात्रों से 10-10 लाख रुपये में डील की थी। छात्रों से कहा गया था कि वे कठिन सवालों के उत्तर न लिखे और उन्हें खाली छोड़ दें।इस गिरफ्तारी के बाद अब तक ढाई करोड़ रुपए के मनी ट्रेल की बात सामने आई है।

बता दें कि पिछले महीने पंचमहल जिले के कलेक्टर को मिली सूचना के आधार पर गोधरा के जय जलाराम स्कूल के नीट एग्जाम सेंटर का निरीक्षण किया गया। इस दौरान यह खुलासा हुआ कि बच्चों से पैसे लेकर परीक्षा पास कराने का खेल हुआ है। इसके बाद पंचमहल जिले के शिक्षा अधिकारी किरीट पटेल ने शिकायत दर्ज कराई थी।

कार में मिले थे 7 लाख रूपये

जानकारी के मुताबिक 5 मई को होने वाली परीक्षा में शिक्षक तुषार भट्ट इसी सेंटर में लॉबी कंडक्टर थे। वह किसी छात्र से 10 लाख रुपए लेने वाले थे, लेकिन इससे पहले ही जिला शिक्षा अधिकारी ने सेंटर पहुंचकर उनसे पूछताछ की। जिला शिक्षा अधिकारी को पूछताछ और जांच के क्रम में उनके फोन से परशुराम रॉय नामक व्यक्ति के साथ चैट में कुछ तस्वीरे मिलीं, जिसमें 11 छात्रों के नाम, रोल नंबर और उनके एग्जाम सेंटर का पता लिखा था। इसके अलावा उनकी कार से 7 लाख रुपये कैश भी बरामद हुआ।

OMR शीट खाली छोड़ने को कहा था

जांच में यह बात सामने आई कि गोधरा के आरिफ वोरा और वडोदरा के रॉय ओवरसीज के मालिक परशुराम रॉय की भूमिका छात्रों से पैसे लेकर पास कराने में है। भट्ट के फोन से 20 से ज्यादा छात्रों के नाम के आगे कन्फर्म समेत कई निशानियां तक मिली। इस पूरे मामले में जब जांच तेज की गई तो पता चला कि तुषार भट्ट को आरिफ वोरा ने एजेंट के तौर पर छात्रों से मुलाकात करवा कर एक-एक छात्र से परीक्षा पास कराने के लिए दस-दस लाख में डील की थी और सात लाख रुपये एडवांस लिए थे। भट्ट ने एडवांस लेने वाले छात्रों को ओएमआर शीट खाली छोड़ने के निर्देश दिए थे, ताकि शीट को भरकर उन्हें पास कराया जाए।

पंचमहल पुलिस ने वडोदरा से लेकर पंचमहल तक छापामारी की और पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस पूरे मामले में स्कूल के चेयरमैन ने कहा कि भट्ट टीचर था और नीट परीक्षा का सुपरवाइजर था जिसे सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच अब पुलिस और शिक्षा विभाग साथ मिलकर करेगा।

इन्हे किया गया गिरफ्तार

गिरफ्तार किए गए आरोपियों में टीचर तुषार भट्ट, प्रिंसिपल पुरुषोत्तम शर्मा, रॉय ओवरसीज परशुराम रॉय, रॉय का साथी विभोर आनंद और एक बिचौलिया आरिफ वोरा शामिल है। सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं। मुख्य आरोपी तुषार भट्ट ने जमानत के लिए अर्जी दाखिल की थी जिसे खारिज कर दिया गया। गोधरा सेशन कोर्ट ने नीट एग्जाम में हुए इस फर्जीवाड़े का खुलासा करने के लिए जिला पुलिस की कार्रवाई की सराहना की।

NTA से मांगी गई ये जानकारी

पुलिस ने इस पूरे मामले में सामने आए छात्रों के नाम के आधार पर संदिग्ध छात्रों और अभिभावकों तक के बयान दर्ज किए हैं। पुलिस जांच में यह सामने आया है कि रॉय ओवरसीज के मालिक परशुराम रॉय ने कई छात्रों के माता पिता से मेडिकल प्रवेश के लिए पैसे कैश में और चेक से लिए थे। पुलिस ने एनटीए से कई अहम जानकारियां मांगी है। पुलिस के मुताबिक एनटीए से जानकारी मांगी गई है कि परीक्षा कैसे कंडक्ट कराई जाती है और एग्जाम के ऑब्जर्वर और सुपरवाइजर की भर्ती प्रक्रिया तक की जानकारी पुलिस जुटा रही है। आरोपियों से बरामद फोन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के एफएसएल रिपोर्ट के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।

अब भी NTA गड़बड़ी से कर रहा इंकार

NEET EXAM SCAM : पुलिस द्वारा संदिग्ध छात्रों और अभिभावकों के भी बयान लिए जा रहे हैं। रॉय ओवरसीज के मालिक परसुराम रॉय को छात्रों के माता-पिता ने मेडिकल प्रवेश के लिए चेक और पैसे दिए थे। पुलिस की जांच में पता चला कि चेक के जरिये 2.30 करोड़ रुपये का वित्तीय लेनदेन परशुराम रॉय से किया गया था

सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को ग्रेस मार्क्स पर बैकफुट पर आये नेशनल टेस्टिंग एजेंसी और केंद्र लगातार नीट पेपर में धांधली से इनकार कर रहे हैं। SC की सुनवाई के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सभी आरोपों से इनकार कर दिया। उन्होंने नीट-यूजी में पेपर लीक के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, ‘इसका कोई सबूत नहीं है। पेपर लीक का कोई सबूत नहीं है। एनटीए में भ्रष्टाचार के आरोप निराधार हैं, यह एक बहुत ही विश्वसनीय संस्था है।’ शिक्षा मंत्री ने एनटीए को साफ तौर पर क्लीन चिट दे दी है।

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