कवर्धा। यहां के बोड़ला क्षेत्र के तितरी ग्राम पंचायत में कार्यालय भवन का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इसकी छत की ढलाई का कार्य बीते रविवार 28 जनवरी को कराया गया और उसी दिन छत का एक हिस्सा भरभराकर ढह गया। इस घटिया निर्माण कार्य पर लीपापोती के लिए दो दिन के भीतर ही ढह गए हिस्से को दोबारा दुरुस्त कर दिया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जब पंचायत कार्यालय की छत हिस्सा ढहा उस वक्त मजदूर काम कर रहे थे। सभी मजदूर किसी तरह अपनी जान बचाकर कमरे से भागकर बाहर निकले, जिसके चलते उन्हें चोट नहीं आई और बड़ा हादसा होने से टल गया। ठेकेदार ने दो दिन बाद 30 जनवरी को ढहे हुए हिस्से पर फिर से ढलाई कार्य करवाया। जानकर बताते हैं कि ऐसा करने से छत पर दरार और सीपेज आना संभव है।
ठेकेदार से निर्माण करा रहा पंचायत
नियमानुसार ग्राम पंचायतों में 20 लाख रुपयों तक के निर्माण कार्य का अधिकार पंचायत को होता है, मगर यह कार्य ठेकेदार से कराया जा रहा है और वह भी घटिया स्तर की निर्माण सामग्री का इस्तेमाल कर रहा है।
लाल ईंटों का इस्तेमाल अवैध
सरकारी भवनों के निर्माण में फ्लाई ऐश से बनी ईंटों का इस्तेमाल अनिवार्य कर दिया गया है। बावजूद इसके विशेषकर ग्रामीण इलाकों में सरकारी भवन में लाल ईंटों का ही इस्तेमाल हो रहा है।
जनपद पंचायत बोड़ला के ग्राम पंचायत तितरी में भवन का निर्माण लाल ईंटों से हो रहा है। सरपंच, सचिव, इंजिनियर की मिली भगत से ठेकेदार द्वारा यह कर कराया जा रहा है। अधिकांश कार्यों में निर्माण एजेसीं लाल ईंट का प्रयोग करती हैं, और फ्लाई ऐश की ईंट का बिल लगाकर रकम निकालती हैं।
ग्राम पंचायत भवन की छत ढहने और निर्माण में लाल ईंटों का इस्तेमाल कारण के मामले को लेकर जनपद के सीईओ मनीष भारती गोलमोल जवाब देते हुए कहते हैं कि इसके बारे में देखने के बाद ही कुछ कह पाऊंगा, अगर गड़बड़ी हुई है तो जांच कराता हूं।