रायपुर। चुनाव के आते ही प्रदेश के गांवों-कस्बों से मूलभूत सुविधाओं की मांग को लेकर चुनाव का बहिष्कार करने की खबरें आने लगती हैं, मगर इस बार शहरी इलाकों में भी इस तरह के नज़ारे सामने आने लगे हैं। राजधानी रायपुर में एक आवासीय कॉलोनी के रहवासी चुनाव के विरोध पर उतर आए हैं। शंकर नगर के श्रीराम नगर कॉलोनी के लोगों ने इस बार चुनाव बहिष्कार की चेतावनी दे दी है। इसे लेकर इलाके के फ्लाई ओवर समेत श्रीराम नगर फेस 1 में जगह जगह बैनर पोस्टर लगाए गए हैं। ये लोग B1 और राजस्व रिकार्ड में गड़बड़ी से परेशान हैं। वे साढ़े तीन दशक से अपना ही संपत्ति के दस्तावेजों के लिए भटक रहे। वे अबकी बार काम कराने वाले प्रत्याशी को ही वोट देने की बात कह रहे हैं।
रिकॉर्ड में सुधार के लिए भटक रहे सालों से
उत्तर विधानसभा के 100 से अधिक परिवार ने चुनाव बहिष्कार की चेतावनी देते हुए पूरे कालोनी में बैनर-पोस्टर लगा दिया है। यहां लोग सालों से बी-1 राजस्व रिकार्ड में सुधार के लिए भटक रहे हैं। पोस्टर में बकायदा सभी पार्टियों को संदेश देते हुए ये भी लिखा गया है कि…. “बी-1 का वादा, फिर मतदान का इरादा”। नाराज कालोनी वासियों की इस सालों पुरानी समस्या और पूरे कालोनी में चुनाव बहिष्कार का पोस्टर लगने के बाद इस विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी कुलदीप जुनेजा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।
कालोनी में रहने वाले लोगों का आरोप है कि उनके मकान का बी-1 और राजस्व रिकार्ड में गड़बड़ी है, जिसे सुधरवाने के लिए राजस्व विभाग के चक्कर काट-काट कर कालोनी के लोग परेशान हो गये। लेकिन राजस्व विभाग द्वारा राजस्व रिकार्ड में मौजूदा सरकार का पूरा कार्यकाल बीत जाने के बाद भी नही हो सका।
पूरे कालोनी में लगे पोस्टर में बताया गया है कि कालोनी के लोग अपने ही संपत्ति के लिए कितने हलाकान है। बावजूद इसके कालोनीवासियों की इस गंभीर समस्या को लेकर ना तो शासन ने घ्यान दिया और ना ही राजस्व विभाग ने कोई पहल की।
बता दें कि रायपुर उत्तर से कांग्रेस ने कुलदीप जुनेजा को अपना प्रत्याशी बनाया है, वहीं बीजेपी ने इस विधानसभा सीट से पुरंदर मिश्रा को मैदान में उतारा है।
अब ये देखने वाली बात होगी कि राजधानी के पाॅश कालोनी में चुनाव बहिष्कार के इस ऐलान के बाद किसे फायदा होता है और किसे नुकसान। और कौन इनकी समस्या दूर करने की गारंटी देता है।