देहरादून। उत्तराखंड में अवैध हथियारों बनाने वाली फ़ैक्ट्री का पता चलने पर पुलिस ने छापेमारी की। उधमसिंह नगर ज़िले की पुलिस ने एक संयुक्त ऑपरेशन के तहत कार्रवाई करते हुए इस दौरान दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों को पकड़ने में कुंडा थाना पुलिस के इंस्पेक्टर दिनेश सिंह फर्त्याल और जांबाज कांस्टेबल त्रिलोक सिंह ने अहम किरदार निभाया।
छापे के दौरान पुलिस ने भारी मात्रा में कंट्री मेड 06 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल, तंमचे, कारतूस, मैगजीन और निर्मित अर्धनिर्मित हथियार व हथियार बनाने के भारी उपकरण बरामद किए हैं। हथियार और उनकी बनावट देखकर पुलिस अधिकारी भी चौंक गए।
आर्म्स डीलर को लिया गिरफ्त में
एसटीएफ़ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि, उधमसिंह नगर में हथियारों की एक बड़ी फैक्ट्री संचालित होने की गोपनीय सूचना पुलिस को मिली थी और दो महीने से इस पर निगरानी की जा रही थी। “इस संबंध में मंगलवार देर रात एसटीएफ़ को एक आर्म्स डीलर के बाजपुर से काशीपुर आने की सूचना मिली जिसके बाद कांस्टेबल त्रिलोक सिंह ने डीलर शाहिद उर्फ पप्पी निवासी कलालान नगीना जिला बिजनौर (यूपी) को नवीन अनाज मंडी स्थित ढेला नदी पुल के पास तमंचे के साथ गिरफ्तार किया। आरोपी को थाने ले जाकर एसटीएफ और पुलिस ने पूछताछ की।
अग्रवाल ने कहा, “पूछताछ में पकड़े गए लोगों ने बाजपुर में एक मकान में हथियारों की फैक्ट्री चलने की ख़बर की पुष्टि की।”
कई राज्यों में हो रही थी सप्लाई
पुलिस के अनुसार, “पूछताछ में गिरफ्तार तस्करों ने बताया कि वे पिछले 2 साल से यहाँ पर हथियारों की फैक्ट्री चला रहे थे, और यहाँ से हथियार बनाकर यूपी, हरियाणा, दिल्ली और उत्तराखण्ड के विभिन्न हिस्सों में सप्लाई करते थे।”
एसटीएफ और पुलिस टीम की कार्रवाई में अवैध असलहा बनाने वाली फैक्टरी से सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल-06, पिस्टल-01, बॉडी तमंचा-24, नाल-12, 32 बोर तमंचे के कारतूस-10, 12 बोर के कारतूस-05, 22 बोर कारतूस-02, 315 बोर कारतूस-01, 315 बोर खाली कारतूस-06 व एक बाइक के अलावा असलहे बनाने के भारी मात्रा में उपकरण बरामद हुए।