0 एचएम से की गई शिकायत 0 मुख्य एजेंट की भूमिका संदिग्ध

धमतरी। छत्तीसगढ़ में पूर्व में लोग चिटफंड में दुगुना-तिगुना लाभ कमाने के फेर में ठगी का शिकार हुए। अब लोग क्रिप्टो करेंसी (crypto currency ) के नाम पर अपनी गाढ़े पसीने की कमाई गवां रहे हैं। ऐसा ही मामला धमतरी जिले में सामने आया है, जहां करीब 8 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई है।

क्रिप्टो करेंसी भारत में चलन में तो नहीं है मगर आप अपने क्रिप्टो करेंसी को भारतीय मुद्रा में बदलना चाहते हैं तो सरकार इसके एवज में 30% टैक्स लेती है। कुल मिलकर भारत में भी सरकार ने क्रिप्टो करेंसी को एक तरह से मान्य कर दिया है। चूंकि क्रिप्टो करेंसी की कीमत रातों-रात बढ़ जाती है इसलिए लोग इसमें पैसा इन्वेस्ट करने में ज्यादा रूचि दिखाते हैं, मगर तथाकथित एजेंटों या ऊपर के लोगों के फ्रॉड के चलते लोग धोखे का शिकार होते हैं।

क्रिप्टो करेंसी के नाम पर धमतरी में करीब 8 करोड़ रुपए गबन का मामला सामने आया है। इसकी शिकायत कोतवाली समेत धमतरी एसपी से भी की गई, लेकिन दो महीने बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं किया गया। इससे नाराज अभिकर्ताओं ने गृहमंत्री से शिकायत की है।

कंपनी तक नहीं पहुंची राशि

धमतरी में पिछले तीन सालों में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर निवेशकों ने करोड़ों रुपए जमा कराया है, लेकिन यह राशि कंपनी तक पहुंची ही नहीं। यहां जो मुख्य अभिकर्ता है, उसने ही रकम का गबन कर लिया है। इसके अलावा कई एजेंटों ने भी निवेशकों की राशि को डकार लिया। निवेशकों को जब इसकी भनक लगी, तब एजेंटों पर दबाव बनाया। इसके बाद एजेंटों ने कर्मचारी भवन में स्थित मुख्य अभिकर्ता के दफ्तर पहुंचकर वस्तुस्थिति का पता लगाया, जिस पर पता चला कि क्रिप्टो करेंसी के नाम पर जो राशि जमा कराया गया है, वह कंपनी तक पहुंची ही नहीं है। ऐसे में उनके पैरे तले जमीन खिसक गई।

एजेंटों ने भी खोला मोर्चा

ठगे जाने पर एजेंटों ने भी मोर्चा खोल दिया हैं। ठगी के खुलासे के बाद पिछले दो महीने में कोतवाली थाना समेत कलेक्टर-एसपी दफ्तर में एजेंटों ने क्रिप्टो करेंसी के नाम पर करीब 8 करोड़ की गफलत करने वाले का नामजद शिकायत की, लेकिन अब तक एफआईआर दर्ज नहीं किया गया। पुलिस जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है। मुख्य अभिकर्ता का अब तक बयान तक दर्ज नहीं किया गया। इससे नाराज एजेंट पोटियाडीह प्रवास पर आए गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू के पास पहुंच गए और इसकी शिकायत की।

चेक और नगदी लिया पैसा

इस मामले की जानकारी देते हुए जागेन्द्र पिन्कू साहू ने बताया कि क्रिप्टो करेंसी के नाम पर मुख्य अभिकर्ता ने अपने बैंक खाते में चेक, फोन-पे, गूगल-पे, आरटीजीएस, बैंक ट्रांसफर एवं नगदी राशि के माध्यम से पैसा लिया है। उन्होंने प्रलोभन देकर धोखाधड़ी करने वाले ठग के खिलाफ तत्काल FIR दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग की है।

शिक्षक भी हुए ठगी का शिकार

धमतरी में क्रिप्टो करेंसी के नाम पर कई सरकारी कर्मचारी भी ठगे गए हैं। इनमें ज्यादातर शिक्षकहैं। इंजीनियर, ठेकेदार आदि भी शामिल हैं।

कराई गई विदेश यात्रा

क्रिप्टो करेंसी में अच्छी कमाई का झांसा देकर विदेश तक घुमाने के लिए ले जाया गया था। इससे लोग झांसे में आये और अपनी मेहनत से कमाए गए रूपये एजेंट को दे दिए। चिटफंड कंपनियों में अक्सर ऐसा हुआ कि एजेंटों ने ही रूपये डकार लिए और बाद में उन्होंने कंपनी संचालकों पर ठीकरा फोड़ दिया। ऐसा ही कुछ धमतरी में क्रिप्टो करेंसी के मामले हुआ है। बता दें कि भारत में क्रिप्टो करेंसी में बड़ी संख्या में लोगों ने अपना पैसा निवेश कर रखा है, और उन्हें अच्छी कमाई भी हो रही है, मगर यहां ऐसे भी लोग हैं जो लाभ कमाने के चक्कर में सारी रकम खुद ही डकार जाते हैं।

बहरहाल धमतरी में ठगी के शिकार लोगों ने प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से गुहार लगाई है। उन्हें उम्मीद है कि इस मामले में पुलिस FIR दर्ज कर जांच करेगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

तो आप भी रहिये सावधान और इस तरह के धोखेबाजों से बचकर रहें, अन्यथा आपकी गाढ़े पसीने की कमाई भी यूं ही कोई डकार लेगा और आप हाथ मलते रह जायेंगे।

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