तमिलनाडु के करूर में अभिनेता से नेता बने विजय की रैली के दौरान भगदड़ मच गई। इस दौरान 36 लोगों की मौत हो गई और कई लोगों को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने स्वास्थ्य मंत्री और शिक्षा मंत्री को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं.
विजय को रोकना पड़ा अपना संबोधन
घटना के चलते विजय को अपना भाषण अस्थायी रूप से रोकना पड़ा क्योंकि भीड़ में कई लोग बेहोश हो गए थे। गंभीर भीड़भाड़ के कारण कई पार्टी कार्यकर्ता और बच्चे दबाव में आकर गिर पड़े और बेहोश हो गए। इस दौरान विजय ने मंच से लोगों से शांति बनाए रखने और एंबुलेंस के लिए रास्ता खाली करने की अपील की।
मंत्री और जिला कलेक्टर पहुंचे अस्पताल
स्थिति को देखते हुए डीएमके मंत्री सेंथिल बालाजी और करूर के जिला कलेक्टर तुरंत अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल लिया। वहीं, मेडिकल टीमों को मौके पर तैनात किया गया और पानी की बोतलें भीड़ में बांटी गईं ताकि अस्वस्थ महसूस कर रहे लोगों को राहत दी जा सके।
एमके स्टालिन ने एक्स पर लिखी पोस्ट
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एक्स पर लिखा- ‘करूर से आ रही खबर चिंताजनक है. मैंने पूर्व मंत्री @V_Senthilbalaji, माननीय मंत्री @Subramanian_Ma, और जिला कलेक्टर को निर्देश दिया है कि वे भीड़ में बेहोश हुए और अस्पताल में भर्ती लोगों को तुरंत चिकित्सा सुविधा प्रदान करें. मैंने पड़ोसी तिरुचिरापल्ली जिले के मंत्री @Anbil_Mahesh को भी युद्धस्तर पर सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है. इसके अलावा, मैंने एडीजीपी से वहां स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए त्वरित कार्रवाई करने के लिए बात की है. मैं जनता से डॉक्टरों और पुलिस के साथ सहयोग करने का अनुरोध करता हूं.’
बच्ची हुई लापता
रिपोर्ट के मुताबिक, भगदड़ के बीच एक 9 साल की बच्ची के लापता होने की भी खबर है। इस पर विजय ने पुलिस से मदद की अपील की और अपने कार्यकर्ताओं से बच्ची को ढूंढने में सहयोग करने की अपील की. घटना उस समय हुई जब विजय भाषण दे रहे थे। इसी दौरान उन्होंने पूर्व डीएमके मंत्री सेंथिल बालाजी पर अप्रत्यक्ष रूप से तंज कसा. विजय ने बिना नाम लिए कहा कि डीएमके ने करूर में हवाई अड्डा बनाने का वादा किया था, लेकिन बाद में केंद्र से यह सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की।
विजय ने कहा- राज्य में होगा सत्ता परिवर्तन
अपने संबोधन के दौरान विजय ने यह भी दावा किया कि तमिलनाडु की राजनीतिक तस्वीर अगले छह महीनों में बदल जाएगी और सत्ता परिवर्तन देखने को मिलेगा। यह रैली 2026 विधानसभा चुनावों से पहले विजय के राज्यव्यापी अभियान का हिस्सा थी। घटना के बाद अधिकारियों और आयोजकों ने हालात को संभाल लिया।