रायपुर। EOW ने हजारों करोड़ के शराब घोटाले में बड़ी कार्रवाई की है। नकली होलोग्राम की जांच मामले में एक और गिरफ्तारी हुई है। आबकारी घोटाले की आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो द्वारा जांच की जा रही है। डुप्लीकेट होलोग्राम से संबंधित महत्वपूर्ण साक्ष्य हाथ लगे हैं। प्रकरण में डुप्लीकेट होलोग्राम सप्लाई करने वाली कंपनी प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्रा०लिमि० का स्टेट हेड दिलीप पांडे पुलिस की गिरफ्त में आ गया है।
दिलीप पांडे से पूछताछ के दौरान उपलब्ध जानकारी के आधार पर नवा रायपुर स्थित जी.एस.टी. भवन आफिस के ग्राउंड फ्लोर में होलोग्राम प्रिंटिंग के सेटअप से जुड़े हुए इंडस्ट्रीयल कम्प्यूटर के हार्ड ड्राइव को, जिसके माध्यम से डुप्लीकेट होलोग्राम के सीरियल नंबरों की छपाई की गई थी। उसे विधिवत् वीडियोग्राफी कराकर जप्त किया गया है। डुप्लीकेट होलोग्राम छपवा कर इसके अतिरिक्त प्रिज्म कंपनी के नोएडा स्थित मुख्यालय से रायपुर तक परिवहन के लिये उपयोग में आने वाले दस्तावेज, जिसमें डुप्लीकेट होलोग्राम की संख्या एवं अन्य विवरण होते थे। आरोपी दिलीप पांडे द्वारा उसे भी बरामद कराया गया है।
इन दस्तावेजों का परीक्षण किया जा रहा है। पूछताछ के दौरान इस बात की पुष्टि हुई है कि सिण्डीकेट के मुख्य आरोपीगण- अनिल टुटेजा, अनवर ढेबर, अरूणपति त्रिपाठी के संलिप्तता में प्रिज्म होलोग्राफी के मालिक विधु गुप्ता द्वारा 2019 से 2022 के बीच तक फर्जी होलोग्राम छत्तीसगढ़ स्थित डिस्टलरियों को उपलब्ध कराये गये थे। प्रकरण में आगे की कार्रवाई और सघन जांच जारी है।