रायपुर। राज्य और राष्ट्रीय स्तर के मैच में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर गोल्ड मेडल हासिल कर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन करने वाले दो खिलाड़ी और कोच डोपिंग लेने के मामले में फंस गए हैं। जय भवानी व्यायामशाला की वेटलिफ्टर एकता बंजारे और मिथिलेश सोनकर का राष्ट्रीय डोप रोधी एजेंसी ने डोप टेस्ट किया, जिसका रिजल्ट पॉजिटिव पाया गया है।
नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी ने दोनों खिलाड़ियों और कोच अजय लोहार को चार सालों के निलंबित करने का फैसला लिया है। एजेंसी ने 19 मार्च को खेलो इंडिया इंटर जोन प्रतियोगिता के दौरान एकता और 9 अक्टूबर को मिथिलेश को औचक रूप से डोप टेस्ट के नमूने लिए थे।
सैंपल में पाया स्टेरॉयड
रिपोर्ट में पाया गया है कि, खिलाड़ियों ने प्रतियोगिता में ताकत बढ़ाने के लिए डोपिंग ली थी, जिसमें स्टेरॉयड शामिल है। दोनों खिलाड़ियों ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर के मैच में गोल्ड मेडल हासिल किया है। पिछले साल सरकार ने कोच को 5 लाख रुपए आर्थिक मदद करने की भी घोषणा की थी। डोप टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद खिलाड़ियों और कोच को भी इसका खामियाजा शर्मिंदगी के साथ-साथ भारतीय वेटलिफ्टिंग फेडरेशन पर प्रतिबंध के रूप में चुकाना पड़ेगा। राज्य वेट लिफ्टर संघ ने इस कार्रवाई के बाद दोनों खिलाडियों और कोच को बाहर करने का फैसला कर लिया है।