नई दिल्ली। बिहार में नीट पेपर लीक मामले की जांच कर रही सीबीआई ने आज पहली गिरफ्तारी की है। सीबीआई ने इस मामले में लर्न एंड प्ले हॉस्टल में कमरा बुक कराने के आरोपी मनीष प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया है।
नीट पेपर लीक मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीमें बिहार और गुजरात में जांच में जुटी हैं। बिहार में सीबीआई की टीम ने गुरुवार को नीट पेपर लीक के मामले में ‘सेफ हाउस’ में कमरा बुक करने वाले मनीष प्रकाष और आशुतोश को गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने आरोपी मनीष प्रकाश को पूछताछ के लिए बुलाया था और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया। पेपर लीक के दो आरोपी चिंटू और मुकेश को रिमांड पर हैं। सीबीआई की दो टीम नालंदा और समस्तीपुर में है। वहीं एक टीम हजारीबाग पहुंची हुई है। सीबीआई ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल सहित कुल 8 लोगों से पूछताछ कर रही है।
आशुतोष भी हुआ गिरफ्तार
सीबीआई ने मनीष के साथ उसके दोस्त आशुतोष को भी गिरफ्तार किया है। NEET पेपर लीक मामले में आशुतोष की दूसरी गिरफ्तारी है। कुछ दिन पहले आशुतोष ने पेपर लीक की बात कबूली थी।
परीक्षार्थियों के लिए बुक कराया था स्कूल
मनीष प्रकाश वहीं व्यक्ति है जिसने अपने दोस्त आशुतोष से कहकर लर्न एंड प्ले स्कूल को परीक्षार्थियों के लिए बुक कराया था. दरअसल पटना के खेमनी चक स्थित लर्न प्ले स्कूल में मिला जला हुआ नीट का प्रश्न पत्र नीट पेपर लीक कांड के सबसे अहम सबूतों में एक है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस प्ले एंड लर्न स्कूल को मनीष प्रकाश ने रात भर के लिए किराए पर बुक कराया था. बता दें, इसी स्कूल से जले हुए मिले प्रश्न पत्र के आधार पर पटना पुलिस और आर्थिक अपराध इकाई की जांच की सारी थ्योरी टिकी हुई थी. EOU की टीम लगातार एनटीए से जले हुए प्रश्न पत्र के बारे में जानकारी मांग रही थी. इस स्कूल से मिले हुए जले हुए पेपर के सीरियल नंबर से ही जांच की आगे की कड़ी जुड़ी है. इस पेपर पर दी गई जानकारी से पता चला था कि ये हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के परीक्षा केंद्र से लीक हुआ था.
आंसर शीट रटवाए गए..
आरोप है कि मनीष प्रकाश ने ही यहां पर 20 से 25 की संख्या में नीट परीक्षार्थियों को रुकवाया था जिन्होंने नीट पेपर प्रश्न पत्र और आंसर शीट रटकर एग्जाम दिया. ये भी कहा गया था कि मनीष प्रकाश ने संजीव मुखिया के कहने पर परीक्षार्थियों के लिए शेल्टर का इंतजाम किया. मनीष प्रकाश मूल रूप से नालंदा का ही रहने वाला है और उसकी फैमिली पटना के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के संदलपुर इलाके में रहती है. सीबीआई अब मनीष को गिरफ्तार कर चुकी है, पूछताछ में अब इस मामले से जुड़े और भी राज खुलेंगे.
परीक्षा में दूसरों को बिठाने के भी आरोप
सूत्रों का कहना है कि मामले की जांच सिर्फ नीट 2024 पेपर लीक तक सीमित नहीं है। इसमें असली कैंडिडेट की जगह दूसरों के एग्जाम देने, एग्जाम सेंटर में चींटिंग कराने जैसे आरोप भी लग रहे हैं।
जांच एजेंसी के रेडार पर NTA भी है। इस बीच सीबीआई की दो अलग-अलग टीमें पटना और गोधरा पहुंचीं और स्थानीय पुलिस से केस डायरी और अन्य सबूत हाथ में लिए। इसमें 8 मोबाइल फोन भी हैं, जिनकी जांच से कई खुलासे हो सकते हैं। झारखंड, बिहार, गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र के बाद गड़बड़ी के तार दिल्ली से जुड़ते दिख रहे हैं। अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई इन्हें ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली भी ला सकती है।
NEET की जांच ED से कराने की मांग
नीट यूजी 2024 एग्जाम के पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक और अर्जी दाखिल कर मामले की छानबीन ईडी से कराए जाने की मांग की गई है। कोर्ट में इससे पहले कई अर्जी दाखिल कर मामले की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने मामले में नोटिस जारी किया था। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने उन याचिकाओं पर भी नोटिस जारी कर रखा है, जिसमें NEET Exam Cancel करने की गुहार लगाई गई है। हालांकि, सरकार नीट मामले की छानबीन सीबीआई के हवाले कर चुकी है।
नई अर्जी में सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई गई है कि ईडी को मामले में संज्ञान लेकर छानबीन करनी चाहिए। अर्जी में गुहार लगाई गई है कि ED को आदेश देना चाहिए कि वह आरोपियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत जांच करे। यह अर्जी शिवांगी मिश्रा और अन्य बनाम एनटीए के मामले में अंतरिम याचिका के तौर पर दाखिल की गई है। शिवांगी मिश्रा से संबंधित मामले में सुप्रीम कोर्ट 10 जून को नोटिस जारी कर चुका है और सुनवाई के लिए आठ जुलाई की तारीख मुकर्रर है।
उधर, राजस्थान हाई कोर्ट ने NEET-UG रद्द करने संबंधी याचिकाओं पर सोमवार को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) और केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा। हाई कोर्ट ने सुनवाई के लिए 10 जुलाई की तारीख तय की है।