उत्तरकाशी। अब तक चार धाम यात्रा के लिए गए 11 लोगों की मौत भी हो गई है. चार धाम की यात्रा 10 मई से शुरू हो चुकी है और इतनी भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं कि पुलिस को उन्हें बीच रास्ते में रोकना पड़ रहा है और यही नहीं अब तक कई श्रद्धालुओं की मौत भी हो चुकी है, जिसके कई कारण बताए जा रहे हैं. इसी कड़ी में श्रद्धालुओं की मौत का ताजा मामला यमुनोत्री धाम से आया है, जहां 2 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। चारधाम यात्रा के दौरान अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से 4 को डायबिटीज के साथ-साथ ब्लड प्रेशर की भी शिकायत थी।

न रुकने का ठिकाना, न खाने-पीने की व्यवस्था

पिछले चार दिनों के दौरान गंगोत्री जाते वक्त उत्तरकाशी से 20 किमी आगे बढ़ते ही सड़क किनारे बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग आराम करते दिख रहे हैं। यहां न खाने का ठिकाना है और न रुकने का। आसपास के गांवों के लोग पानी की बोतल के 30 से 50 रु. तो शौचालय उपयोग का 100 रु. तक ले रहे हैं।

हजारों ने बीच में छोड़ी यात्रा

गंगोत्री रूट पर छह दिन से जाम में फंसे महाराष्ट्र, मप्र, गुजरात, राजस्थान, ओडिशा और दिल्ली के 7 हजार यात्रियों ने आगे की यात्रा स्थगित कर लौटना ही मुनासिब समझा।

ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन स्थगित

यात्रा के शुरू होते ही चार धाम में लग रही भारी भीड़ को देखते हुए दो दिनों के लिए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन बंद किया गया है।

दरअसल, 15 और 16 मई को ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं होंगे। यह फैसला चार धाम की यात्रा के लिए आने वाले बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को देखते हुए लिया गया है। बता दें कि चार धाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन हरिद्वार और ऋषिकेश में किए जा रहे हैं।

अब तक लाखों श्रद्धालु कर चुके हैं रजिस्टर

एक प्रेस वार्ता के दौरान गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि 15 अप्रैल से अभी तक 26,73,519 रजिस्ट्रेशन हुए थे. गंगोत्री में 4,21,366 रजिस्ट्रेशन किए गए। यमुनोत्री में 4,78,576 रजिस्ट्रेशन किओए गए। वहीं हेमकुंड साहिब के लिए अब तक 59 हजार से अधिक लोगों द्वारा रजिस्ट्रेशन किया गया है। बता दें कि हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई से खुलेंगे।

2023 में चारधाम यात्रा में 200 लोगों की हुई थी मौत

पिछले साल चारधाम यात्रा के दौरान लगभग 200 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी। पिछले साल यात्रा खत्म होने के बाद सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक केदारनाथ में 96, यमुनोत्री धाम में 34, गंगोत्री धाम में 29, बद्रीनाथ धाम में 33 और हेमकुंड साहिब में 7 और गौमुख ट्रेक में 1 की मौत हुई थी। वहीं 2022 में चारधाम यात्रा के दौरान 232 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी। केदारनाथ धाम में 111, बद्रीनाथ धाम में 58, हेमकुंड साहिब में 4, गंगोत्री में 15 और यमुनोत्री धाम में 44 लोगों की मौत हुई थी। इससे पहले 2021 में कुल 300 श्रद्धालुओं की मौत हुई थी।

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