0 पुलिस ने फार्म हॉउस में हुए विस्फोट का किया भंडाफोड़,
0 घटना में एक युवक की हो गई थी मौत

राजनांदगांव। यहां के एक फार्म हाउस में हुए बम विस्फोट से हुई मौत के साजिशकर्ता को पुलिस ने खोज निकाला। आरोपी गांव का इलेक्ट्रिशियन निकला, जिसने अपने हाथ में ऐसा गोदना (टैटू) गुदवा रखा था कि पूरा वैष्णव परिवार मेरा दुश्मन हैं।

मोटर का स्विच ऑन करते ही हुआ विस्फोट..

यह वाकया 28 अप्रैल को ग्राम जामसरार कला का है, जब सुबह लगभग 06.30 बजे से 07.00 बजे के बीच वैषणव परिवार के फार्म हाउस में काम करने वाले मजदूर नरेश कुमार ओटी ने सिंचाई के लिए मोटर पंप के स्विच को ऑन किया। इस दौरान जोर का धमाका हुआ और इस ब्लास्ट से नरेश कुमार ओटी की मौके पर ही मृत्यु हो गई। यह ब्लास्ट इतना जबरदस्त था नरेश कुमार करीब 26 फिट दूर जा गिरा और उसका चेहरा, सिर और हाथ क्षत-विक्षत हो गया था, वहीं मौके पर ढाई से तीन फिट गड्ढा बन गया।

जांच के दौरान संदेही को पकड़ा

इस मामले में पुलिस ने थाना डोंगरगांव में अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 302 भादवि विस्फोटक पदार्थ अधि0 की धारा- 3, 5 अपराध कायम कर विवेचना मे लिया। इस दौरान प्रार्थी से उसके फार्म में काम करने वाले मजदूरों व पूर्व रंजिश रखने वालों के संबंध में जानकारी ली गई। तब पता चला कि जामसरार गांव के कुमान कंवर की पूर्व से वैष्णव परिवार से रंजिश है। वह बिजली मिस्त्री का काम करता है और उसका पूर्व में भी अपराधिक रिकार्ड होना पाया गया।

जमीन और पंचायत चुनाव के चलते हो गई दुश्मनी

बताया गया कि कुमान कंवर का वैष्णव परिवार के साथ छोटी-छोटी बातों पर पूर्व से विवाद होता रहा है। सन 2015 में संतोष वैष्णव की मां मनोरमा वैष्णव नगर पंचायत में खड़ी हुई थी, तब आरोपी की पत्नी जमुना बाई भी ग्राम जामसरार कला की पंचायत चुनाव लड़ रही थी। इसी चुनावी माहौल में पूर्व में वैष्णव परिवार व आरोपी के मध्य वाद विवाद हुआ था। इसके अलावा पूर्व में आरोपी के पूर्वज के द्वारा पैतृक जमीन को वैष्णव परिवार को बेचा गया था। जिसका प्रकरण न्यायालय में विचाराधीन है। वहीं नवंबर-दिसबंर 2023 में सुनील वैष्णव उर्फ पप्पू के साथ फसल कटाई के संबंध में इनके बीच वाद-विवाद हुआ था जिससे आरोपी के मन में वैष्णव परिवार के प्रति बदला लेने और आक्रोश की भावना भर गई थी।

पूछताछ में गुमराह करने की कोशिश

राजनांदगांव के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश ठाकुर ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि संदेही कुमान कवंर को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की गई। उसने प्रारम्भ में पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। कुमान कवंर पूर्व में घटना दिनांक को ग्राम में व घटना स्थल में उपस्थित न होने के कारण पुलिस को गुमराह करता रहा, मगर घटना स्थल के निरीक्षण पर एफएसएल टीम व पुलिस टीम द्वारा मौके पर मोटर पंप पैनल कनेक्शन में उपयोग लाये गये अतिरिक्त कॉले रंग के एक एमएम के वायर, जो विस्फोट में उपयोग किया गया था। इससे पुलिस को अहम सुराग मिला और उक्त वायर तलाशी पर कुमार कवंर के घर से बरामद किया गया।

सख्ती से पूछताछ करने पर कुमान कंवर द्वारा घटना करना स्वीकार किया गया व पुरानी रंजीश के चलते सुनील वैष्णव को मारने के लिये जुगाड़ बम फिट करना स्वीकार किया। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।

बम बनाकर पहले कर लिया था प्रयोग

पुलिस ने बताया कि आरोपी पूर्व से बिजली इलेक्ट्रीशियन का काम अच्छी तरह जानता है व बिजली विभाग में भी अस्थाई तौर पर ठेकेदारी में बिजली मिस्त्री का काम भी करता है। अपनी योजना के मुताबिक आरोपी के द्वारा पूर्व से ही दिवाली में फोड़ने वाला फटाका (बम) को लाकर अपने घर की बाड़ी में छोटा बम तैयार कर बैट्ररी के माध्यम से फोड़ा गया था, जिसमें सफल रहा। धीरे-धीरे उसने दीवाली के समय से अत्याधिक मात्रा में बम पटाखा का बारूद ईकठ्ठा कर कचरे के डिब्बे से एक प्लास्टिक का डिब्बा में बारूद भर कर वायर कनेक्शन लगा कर बम तैयार किया और अपने घर में छुपा कर रखा हुआ था।

इस युवक को मारने की थी योजना मगर…

आरोपी कुमान कंवर जानता था कि पानी मोटर को रोज सुबह सुनील वैष्णव आकर चालू करता है। केवल समय का इंतजार कर गड्डा खोद कर कनेक्शन करना शेष था। 28अप्रैल की रात्रि वह करीब डेढ़ बजे अपनी बेटी को डाक्टर को दिखाकर व शादी से बेटी को लेकर पत्नी के साथ वापस ग्राम जामसरार लौटा तो देखा कि संतोष वैष्णाव का फार्म हाउस का लाईट बंद था। जिससे उसने अंधेरे में फार्म हाउस के अंदर जाकर जुगाड़ बम फिट करने का इससे अच्छा मौका नही मिलेगा सोचकर तत्काल योजना बनाई। रात्रि करीब 2ः30 बजे उसने संतोष वैष्णव के फार्म हाउस जाकर देखा कि सीढ़ी के नीचे बोर पंप का स्टार्टर लगा हुआ है। वहीं सब्बल भी रखा हुआ था। जिससे करीब डेढ़ से दो फिट गढ्ढा खोदकर स्वंय के बनाया हुआ जुगाड़ बम प्लास्टिक डिब्बे को गढ्ढे के अंदर गाड़ कर मिट्टी और झिल्ली व बोरियों से ढंक दिया। वहीं कनेक्शन को बाहर निकाल कर उसने मोटर पैनल से कनेक्ट कर दिया और घर पर जाकर सो गया।

28अप्रैल को सुबह करीब 6ः30 से 7ः00 के बीच जब बाड़ी काम करने वाला ग्राम मनेरी का रहने वाला मजदूर नरेश कुमार ओटी मालिक के नहीं आने के चलते मोटर स्टार्ट करने गया तो ब्लास्ट से नरेश की मौके पर ही मृत्यु हो गई।

दुश्मनी इतनी कि हाथ पर गोदना गुदवा लिया

हत्या की इस वारदात की सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी कुमान कंवर वैष्णव परिवार से इतनी ज्यादा रंजिश रखता था कि उसने अपने हाथ पर ही वैष्णव परिवार के सदस्यों का नाम और पूरे परिवार को अपना जानी दुश्मन का गोदना (टैटू) गुदवा रखा था। हालांकि यह भी जांच का विषय है कि उसने यह गोदना कब बनवाया और क्या उसके इस गोदने की जानकारी किसी को नहीं थी। और जब जानकारी थी तो उसे कभी समझाया क्यों नहीं गया और दोनों परिवारों के बीच समझौते का प्रयास क्यों नहीं किया गया।

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