खैरागढ़। छत्तीसगढ़ के खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई जिले के ग्राम कुम्ही में डोंगरगढ़ मुख्य मार्ग पर मिले युवक की हत्या का मामला सुलझ गया है। बताया जा रहा है कि बीमा के पैसे के लालच में मृतक उत्तम वर्मा को उसके ममेरे भाई ने मार डाला। घटना के बाद पुलिस ने ममेरे भाई के साथ दो सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, ग्राम कुम्ही में मिले अज्ञात शव की पहचान आमाघाट में रहने वाले उत्तम वर्मा के रूप में हुई। पुलिस ने संदेह के आधार पर आरोपी हेमंत ढेकवार को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। इसके बाद उसने बताया कि जनवरी 2024 में एक चार पहिया वाहन और फ़रवरी 2024 में एक हार्वेस्टर ख़रीदा गया। जिसके लिए तीस लाख रुपए का फाइनेंस मृतक उत्तम वर्मा के नाम पर किया गया था। इसके साथ मृतक उत्तम को लोन सुरक्षा बीमा (LSB) भी फ़ाइनेंस कंपनी की ओर से किया गया था।
मृतक के नाम पर 80 लाख का बीमा
हेमंत ने मृतक उत्तम के नाम पर लगभग 80 लाख का बीमा भी महाराष्ट्र में करवा रखा था। उत्तम की दोनों गाड़ियाँ सालेकसा में उसके ममेरे भाई हेमंत ठेकवार के पास ही थी। फ़ाइनेंस कंपनी की लोन सुरक्षा बीमा योजना में अगर लाभार्थी की मृत्यु हो जाये तो लोन का पैसा माफ़ कर दिया जाता है।
साजिश के तहत की हत्या
हेमंत ने उत्तम को गाड़ी दिलाने के बहाने से पहले डोंगरगढ़ बुलाया, जहां उसके साथी सुरेश मछिरके और प्रेमचंद लिल्हारे भी थे। पहले चारों ने डोंगरगढ़ में जमकर शराब पी, उसके बाद योजना के तहत मृतक के मोबाइल को अतरिया में रिश्तेदार के यहाँ छोड़ दिया। षड्यंत्र के तहत उत्तम को लेकर तीनों आरोपी गातापार के जंगल में पहुंचे। जहां गमछे से उसका गला घोट कर उसकी हत्या कर दी।
हत्या को दिया सड़क दुर्घटना का रूप
हत्या को सड़क दुर्घटना का रूप देने के लिए आरोपियों ने मृतक के शव को कुम्ही-डोंगरगढ़ मार्ग पर फेंक दिया। शव को दुर्घटना दिखाने वाहन से कुचल कर आरोपी महाराष्ट्र वापस आ गए। फिलहाल पुलिस इस मामले का राजफाश कर दिया है।