गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही। अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाही वनपाल को भारी पड़ी। मरवाही वनमंडल में अवैध रेत की चोरी रोकने और उसके भंडारण के साथ ही इलाके में अवैध ईटा भट्टा का संचाल और पेड़ो की कटाई रोकने में नाकाम साबित होने पर मरवाही वनमंडल के खोडरी इलाके में वनपाल परिक्षेत्र सहायक के रूप में कार्यरत उदय तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
मरवाही वनमंडल के खोडरी वन परिक्षेत्र में बीते कई दिनों से रेत का अवैध परिवहन और उसका भंडारण किए जाने की शिकायत मिल रही थी, इसके साथ ही यहां खोडरी वन परिक्षेत्र के नेवरी परिसर के नदियाटोला बनझोरखा में अवैध रेत का व्यवसाय बड़ी तेजी के साथ फल फूल रहा था जिस पर लगाम नही लगाई जा रही थी, माना जा रहा इन सब अवैध कामों को लेकर वन विभाग के कुछ कर्मचारियों की संलिप्तता रही है, जो कि अवैध रेत व्यवसाय करने वालों से सांठ-गांठ कर ऐसे कामों को करवाते रहे हैं।
खेत बनाया, पेड़ों को काट डाला
मरवाही वनमंडल पेंड्रारोड द्वारा इस मामले को लेकर प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन में भी पाया गया कि 0.97 एकड़ वनभूमि को निजी लाभ के लिए खेत बनाया गया और वृक्षों को गोलाकार घाव बनाकर सूखा दिया गया गया और बिना कोई सूचना दिए इन वृक्षों को काट दिया गया जो कि अपने आप मे प्रथम दृष्टया काफी गंभीर आरोप है, इस दौरान पाया गया कि वनों की अवैध कटाई, अतिक्रमण, रेत चोरी जैसे संगीन मामले में उदय तिवारी की मौन सहमति है, जिस कारण इन्हें जांच के बाद निलंबित किया गया। निलबंन अवधि में उदय तिवारी वनपाल को मुख्यालय बिलासपुर वनमंडल में अटैच कर दिया गया गया है।