दोहा। सोमवार की सुबह भारत के लिए एक बड़ी डिप्लोमैटिक जीत की खुशी लेकर आई है। कतर ने भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को रिहा कर दिया है। इन लोगों को कथित जासूसी के मामले में मौत की सजा सुनाई गई थी, जिसे बाद में भारत के हस्तक्षेप के बाद जेल में बदल दिया गया था। कई महीनों की पीड़ादायक कैद झेलने के बाद रिहा हुए आठ पूर्व भारतीय नौसैनिकों में से 7 भारतीय आज वापस अपने वतन लौट आए हैं। ‘जासूसी’ के आरोप में मौत की सजा पाने वाले इन पूर्व नौसैनिकों ने रिहाई के लिए पीएम मोदी की खूब प्रशंसा की है।

पीएम मोदी ने यूएई में कतर के अमीर से मुलाकात की थी। माना जा रहा है कि पीएम मोदी की मुलाकात का ही असर है कि सभी आठ लोगों को रिहा कर दिया गया। भारत लौटे ये अधिकारी भी इस बात को मान रहे हैं। भारत लौटे नेवी के एक पूर्व अधिकारी ने कहा कि पीएम मोदी के हस्तक्षेप के बिना यह संभव नहीं था। उन्होंने भारत सरकार के अथक प्रयासों की सराहना की।

मोदी के हस्तक्षेप के बिना

भारत लौटने के बाद इन लोगों ने बिना संकोच अपनी खुशी जाहिर की। दिल्ली पहुंचने पर इनमें से एक अधिकारी ने कहा, ‘मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं, क्योंकि अगर उन्होंने हस्तक्षेप न किया होता तो हमारी रिहाई न होती। बिना उनके हस्तक्षेप के कुछ नहीं हुआ। आज हम आपके सामने खड़े नहीं होते। अगर इतने बड़े लेवल से हस्तक्षेप न होता।’

इस मीटिंग ने कराई रिहाई?

पिछले साल 1 दिसंबर को पीएम मोदी और कतर के अमीर तमीम बिन हमद के बीच बैठक हुई थी। माना जा रहा है कि इस मीटिंग ने ही 8 भारतीयों के रिहाई का रास्ता तय कर दिया था। इनकी रिहाई के लिए आधिकारिक और बैक चैनल दोनों ही तरह की बातचीत का इस्तेमाल किया गया। पीएम मोदी ने इस मीटिंग के बाद कहा था, ‘द्विपक्षीय साझेदारी की संभावना और कतर में भारतीय समुदाय की भलाई पर हमारी अच्छी बातचीत हुई।’ इस बातचीत में 8 भारतीयों की रिहाई का मुद्दा था या नहीं इसके बारे में दोनों देशों की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

भारत माता की जय के लगाए नारे

कतर से लौटने के बाद भारतीयों ने कहा, ‘खासकर भारत सरकार, उनके अथक प्रयास कि वह लगातार लगे रहे और आज हम आपके सामने हैं।’ नौसेना के पूर्व अधिकारियों ने वापसी के बाद भारत माता की जय के नारे लगाए। इस दौरान वह बेहद खुश दिखे। एक अन्य भारतीय ने कहा कि हमने वापसी के लिए 18 महीने का इंतजार किया है। हम वापसी के लिए पीएम मोदी के आभारी हैं। उनके हस्तक्षेप और कतर के अमीर के साथ समीकरण के बिना रिहाई संभव नहीं थी। हम दिल से भारत सरकार को शुक्रिया कहते हैं।

कतर के अमीर को दिया धन्यवाद

आठ भारतीयों को मौत की सजा ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। राजनयिक प्रयासों और कानूनी सहायता के बाद इनकी मौत की सजा को कम करते हुए जेल में बदल दिया गया था। कतर से लौटे भारतीय नेवी के पूर्व अधिकारियों ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी को भी धन्यवाद दिया। एक अन्य भारतीय ने कहा, ‘हमें खुशी हो रही है कि हम भारत वापस सुरक्षित पहुंच गए। हम पीएम मोदी का धन्यवाद करना चाहेंगे कि उनके व्यक्तिगत हस्तक्षेप से यह संभव हुआ और कतर सरकार के अमीर ने इसे संभव होने दिया।’

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