उत्तर प्रदेश। पुलिस भर्ती परीक्षा में फिरोजाबाद में पांच सॉल्वर सहित सात गिरफ्तार किए गए। जांच के दौरान पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया। वहीं मैनपुरी में एक मुन्नाभाई को पकड़ा गया है। पुलिस की मुस्तैदी के चलते मैनपुरी में किसी दूसरे जगह सिपाही भर्ती परीक्षा देने एग्जाम सेंटर पहुंचा युवक बायोमेट्रिक जांच में पकड़ा गया।
पांच सॉल्वर आये पकड़ में
फिरोजाबाद में पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान शनिवार को जिले में पांच सॉल्वर सहित सात को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इनमें दो बिहार के निवासी हैं। केंद्र व्यवस्थापक की ओर ने इनके खिलाफ अभियोग पंजीकृत कराया है। शुक्रवार की रात पुलिस ने पांच संदिग्धों को हिरासत में लिया।
पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान शिकोहाबाद पुलिस व एसओजी की टीम सक्रिय थीं। एसपी ग्रामीण रणविजय सिंह ने बताया कि प्रथम पाली में शिकोहाबाद के प्रहलादराय टिकमानी में थाना नसीरपुर के हरिहा निवासी सचिन के स्थान पर अमित कुमार निवासी लौरिया चंपारण बिहार को पकड़ा गया।
दूसरी पाली में मक्खनपुर के नवादा के राजेश्वरी देवी निहाल सिंह चौहान इंटर कॉलेज में थाना सिरसागंज के नाइन निवासी सुनील के स्थान पर बिहार के जिला बेगूसराय थाना शाहपुर कमला निवासी राहुल को गिरफ्तार किया है। बायोमेट्रिक मिलान न होने पर पकड़े गए हैं। शुक्रवार की शाम पांच तथा शनिवार को तीन संंदिग्धों को हिरासत में लिया है।
टूंडला के ठाकुर वीरी सिंह डिग्री कॉलेज में नसीरपुर के रुधऊ निवासी पंकज चंद्रा के स्थान पर उसी का भाई मुकुल चं द्रा पेपर देने पहुंचा। बायोमेट्रिक मिलान नहीं होने पर उसे गिरफ्तार किया है। एसपी सिटी सर्वेश कुमार मिश्रा ने बताया कि थाना उत्तर पुलिस, एसओजी, सर्विलांस ने सॉल्वर गैंग के दो सरगना सहित दो अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है।
ग्लूस्टिक से फिंगरप्रिंट, लाखों का सौदा
सरगना ने बायोमेट्रिक पास कराने के लिए ग्लूस्टिक से फिंगरप्रिंट भी तैयार किए थे। सरगना ने फर्जी दस्तावेज तैयार करने के बाद परीक्षार्थियों से परीक्षा पास कराने के लिए 10 लाख रुपये में सौदा तय किया था। इन चारों के पास से आठ आधारकार्ड, सात प्रवेश पत्र, 16 फ्रिंगर प्रिंट पेपर, चेकबुक, स्टांप स्याही पैड, चार सिलिकॉन पट्टी, पासबुक के साथ करीब 20,200 रुपये की नकदी बरामद की है।
सॉल्वर गैंग का सरगना थाना बसई मोहम्मदपुर के गांव नगला गोकुल निवासी हरिशंकर यादव उर्फ हरिओम व दक्षिण थाना क्षेत्र के प्रेमपुर रैपुरा निवासी रमनेश हैं। यह दोनों थाना उत्तर के ककरऊ निवासी अभ्यर्थी अभिषेक यादव और नितिन यादव की जगह परीक्षा देने की तैयारी कर रहे थे।
नितिन की दाऊदयाल कॉलेज एवं अभिषेक की ठाकुर बीरी सिंह डिग्री कॉलेज में परीक्षा थी। सरगना हरिशंकर उर्फ हरिओम ने 10 लाख रुपये में सौदा तय किया था। दोनों अभ्यर्थी से पांच-पांच लाख रुपये में सौदा हुआ था। इसमें से 57 हजार रुपये एडवांस में लिए थे।
फिंगर प्रिंट नहीं हुआ मैच, और…
उधर पकड़ा गया मुन्ना भाई (डमी कैंडिडेंट) बिहार के पटना का रहने वाला बताया जा रहा है, जो मैनपुरी कुरावली के रहने वाले युवक की जगह मैनपुरी कोतवाली क्षेत्र के ब्लूमिंग बर्ड्स स्कूल परीक्षा केंद्र पर परीक्षा दे रहा था। लेकिन बॉयोमेट्रिक जांच में फिंगरप्रिंट मैच नहीं होने से उसकी पोल खुल गई। पुलिस अब इस मुन्नाभाई से पूछताछ कर रही और इसके साथ कितने लोग शामिल हैं की तलाश में जुटी हुई है।
दरअसल, परीक्षा केंद्र के अंदर जाने से पहले अभ्यर्थी की आंखों के रेटिना से उसके फोटो का मिलान किया जा रहा है और बायोमेट्रिक भी मिलान हो रहा। इन सभी के बाद अभ्यर्थी की परीक्षा केंद्र के अंदर एंट्री होगी। परीक्षा में किसी तरह की कोई गड़बड़ी न हो उसके लिए हर एक परीक्षा केंद्र के सीसीटीवी कंट्रोल रूम के अलावा एक पूरी परीक्षा पर नजर रखने के लिए अलग से कंट्रोल रूम भी बनाया गया है। इस बार सभी परीक्षा केंद्रों पर छोटे-छोटे जैमर लगाए गए हैं ताकि जैमर के चलते कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस वहां पर काम ना कर सके।