महासमुंद। भाजपा विधायक बसना, संपत अग्रवाल के निर्देश पर बसना विकासखंड शिक्षा अधिकारी ने 67 दिनों के लिए बीजेपुर स्कूल के प्रधानपाठक को कार्यमुक्त कर भंडारे में सेवा देने के लिए अयोध्या भेज दिया है। बताया जा रहा है कि अयोध्या में विधायक संपत अग्रवाल के संयोजन में गठित नीलांचल सेवा समिति भंडारे का संचालन कर रही है। इसी की व्यवस्था के लिए सरकारी स्कूल के उक्त प्रधानपाठक को भेजा गया है।
महासमुंद जिले के पिथौरा विकास खण्ड के ब्लाक शिक्षा अधिकारी नियमों को ताक पर रख कर यह अनोखा आदेश जारी किया है। जानकारी मिली है कि शिक्षकीय दायित्व से मुक्त होकर प्रधानपाठक 2 महीने से अधिक दिनों के लिए अयोध्या श्रीराम मंदिर में नीलांचल सेवा समिति द्वारा आयोजित भंडारा काम में व्यस्त हैं। इसके लिए बकायदा विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी ने विभागीय आदेश भी जारी किया है। स्कूलों में परीक्षा की घड़ी बहुत नजदीक है और बच्चों की पढ़ाई रामभरोसे चल रही है।
BEO ने आदेश में दिया है ये हवाला…
महासमुंद जिले के पिथौरा विकास खण्ड के विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी ने 20 जनवरी 2024 को एक आदेश जारी किया, जिसमें लिखा है : प्रति, विश्वामित्र बेहरा, प्रधान पाठक, प्राथमिक शाला, बिजेपुर के नाम। विषय था, अयोध्या मे राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा हेतु कार्यमुक्ति बाबत। उसके आगे लिखा है, माननीय विधायक बसना के निर्देशानुसार विश्वामित्र बेहरा, प्रधान पाठक, प्राथमिक शाला, बिजेपुर को अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा मे नीलांचल सेवा समिति बसना की ओर से भंडारा सेवा हेतु नियुक्त किये जाने के फलस्वरूप संबंधित को उक्त कार्य हेतु दिनांक- 23-1-24 से 29-3-24 तक इस कार्यालय से कार्य मुक्त किया जाता है। जिसकी प्रतिलिपि बसना विधायक, जिला शिक्षा अधिकारी व विश्वामित्र को भेजी जाती है।
क्या होगा बच्चों का भविष्य..?
पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम बिजेपुर स्थित प्राथमिक शाला में पहली से पांचवीं तक की कक्षाएं संचालित हैं। इस स्कूल में 33 बच्चे अध्ययनरत हैं। यहां पूर्व में केवल विश्वामित्र बेहरा बतौर शिक्षक यहां पदस्थ रहे और वे ही प्रधान पाठक भी हैं। एकल शिक्षकीय स्कूल होने के चलते यहां व्यवस्था के तहत अन्य स्कूल से एक शिक्षिका की पदस्थापना की गई है। वर्तमान में यही शिक्षिका बच्चों को पढ़ा रही है, वहीं कुछ ही महीने में इस स्कूल में भी परीक्षा शुरू होने वाली है।
स्कूल की एक मात्र शिक्षिका सुषमा प्रधान का ने बताया कि प्रधान पाठक विश्वामित्र बेहरा अयोध्या गए हैं और उनके जाने के बाद वह अकेली ही बच्चों को पढ़ा रही हैं।
इस पूरे मामले मे जिला शिक्षा अधिकारी जहां मोबाइल पर बात करने पर जानकारी नहीं होने की बात कह रही हैं, वहीं सहायक संचालक सतीश नायर का कहना है कि नियमानुसार इस कार्य के लिए अवकाश नहीं दिया जा सकता। प्रधान पाठक अर्जित अवकाश लेकर जा सकता था। इसके बारे में नोटिस जारी कर जवाब मांगा जायेगा ।
बता दें कि नीलांचल सेवा समिति एक निजी संस्था है, और इसके सर्वेसर्वा स्वयं भाजपा विधायक संपत अग्रवाल हैंं। पिथौरा विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी केके ठाकुर का कहना है कि विधायक के आदेश पर ही प्रधानपाठक को कार्यमुक्त किया गया है।
सवाल यह उठता है कि आखिर प्राथमिक शाला बिजेपुर में कक्षा पहली से लेकर पांचवी तक के सभी छात्र- छात्राओं को क्या एक शिक्षिका ही पढ़ाएगी..? दूसरा, एक शासकीय शिक्षक को किस नियम के आधार पर एक निजी संस्था मे सेवा देने के लिए कार्यमुक्त किया जा सकता है..? एक विधायक क्या इस प्रकार की अनुशंसा कर सकता है? बहरहाल देखना होगा कि शिक्षा विभाग इस पूरे मामले में कोई कार्यवाही करता है या फिर पूरा मामला राजनीति के भेंट चढ़ जायेगा ।