रायपुर। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने कहा है कि उनका कार्यकाल अभी ढाई वर्ष का बचा हुआ है, इसलिए वे इतने समय तक इस कुर्सी पर बनी रहेंगी। उन्होंने इशारों में ही कह दिया है कि राज्य सर्कार उन्हें इस पद से नहीं हटा सकती।
प्रदेश में भाजपा की सरकार बनते ही छत्तीसगढ़ शासन के सामान्य प्रशासन विभाग के अवर सचिव पुलक भट्टाचार्य ने 15 दिसंबर को आदेश जारी कर स्पष्ट किया है कि राज्य शासन द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार विगत वर्षों में जो राजनीतिक नियुक्तियां विभिन्न निगम, मंडल, आयोग, सभा, समिति तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दी गई हैं। यह आदेश ऐसी नियुक्तियों पर लागू नहीं होगा जो विधि के अधीन नहीं हटाए जा सकते। इस दौरान कई लोगों ने अपना इस्तीफा आदेश पूर्व भी राज्य शासन को भेज दिया था। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने मीडिया से चर्चा में कहा कि वो अध्यक्ष पद पर बनी रहेंगी, उनका कार्यकाल 2026 तक है, इसलिए इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता।
उन्होंने कहा कि निगम मंडल सभी प्रसाद पर्यंत पद होते हैं, जो कि आदेश निकले या न निकले सरकार बदलते ही उन पर हुई नियुक्तियों का कार्यकाल स्वमेव समाप्त हो जाता है। फिर भी अधिकांश लोगों ने अपने इस्तीफे दे दिए हैं परंतु कुछ ऐसे आयोग है जिनको कोई राजनीतिक पद नहीं माना जाता है, संवैधानिक माना जाता है। उनमें महिला आयोग के अलावा खाद्य आयोग, अल्पसंख्यक आयोग, बाल आयोग, मानवाधिकार आयोग और लोक सेवा आयोग आता है।
राजनैतिक गतिविधियों में नहीं लिया हिस्सा
किरणमयी नायक ने कहा कि हम लोगों ने पिछले साढ़े तीन साल में कभी भी किसी राजनीतिक धरना आंदोलन प्रदर्शन में कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में कभी भाग नहीं लिया है। हमने लगातार छत्तीसगढ़ की आधी आबादी जो महिलाओं की है, उनके हित में हम काम करते रहे हैं। हमें सिविल कोर्ट का जो ज्यूरिडिक्शन पावर है, उसके तहत हम लोगों को सुगम, नि:शुल्क और त्वरित न्याय देते रहे हैं। पूरे देश में हमने एक मिसाल खड़ी की है।
CM ने मुझे दोबारा मौका दिया
मेरा पहला कार्यकाल जुलाई 2023 में खत्म हुआ था, तभी तत्कालीन मुख्यमंत्री ने मेरे कार्यकाल को दोबारा चांस दिया और फिर से मेरी पुनर्नियुक्ति हुई। तो अभी मेरे पास तीन साल का कार्यकाल शेष है, जो जुलाई 2026 में पूरा होगा। अभी मेरे पास काम करने के लिए लगभग ढाई साल का समय बचा हुआ है तो अपना कार्यकाल हम पूरा करेंगे।
आयोग में एक पद है रिक्त
उन्होंने कहा कि महिला आयोग में अभी फिलहाल केवल एक सदस्य का पद रिक्त हैं, उसमें भाजपा सरकार जिसे चाहे नियुक्त कर सकती है क्योंकि हमारी एक सदस्य का कार्यकाल दो साल का बचा है, तीन सदस्यों का कार्यकाल आठ महीने का बचा हुआ है और अध्यक्षीय कार्यकाल ढाई साल का बचा हुआ है।
पहले भी पद पर बने रहे सदस्य-अध्यक्ष
किरणमयी ने कहा कि मैं जब आई थी महिला आयोग के अध्यक्ष के पद पर, तब मेरे साथ भाजपा सरकार की मनोनीत सदस्य खिलेश्वरी ने मेरे साथ लगभग छ: महीने काम किया था। हमारी कांग्रेस की सरकार में बाल आयोग में भाजपा की मनोनीत अध्यक्ष थीं प्रभा दुबे, उन्होंने दो साल तक काम किया है। कांग्रेस ने कभी किसी को नहीं हटाया आयोगों से। सबने अपना कार्यकाल पूरा किया।
चुनौती आएगी तब निपटा जायेगा
समय होने के बाद भाजपा उन पदों पर नियुक्ति कर सकती है। ऐसी स्थिति में हमारा भी जब कार्यकाल पूरा हो जाएगा, उसके बाद नई नियुक्ति कर सकते हैं। इस विषय में कोई भी चुनौती वाली बात नहीं है और अगर चुनौती आएगी, तब उनसे निपटा जाएगा।