नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में चूक मामले में साजिश रचने वाले 6 आरोपियों में दो अब भी फरार हैं। पुलिस दोनों की तलाश के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस ने पांच लोगों की पहचान कर ली है। दो लोगों को सदन के अंदर से और दो को संसद के बाहर से गिरफ्तार किया गया है।

2001 संसद अटैक की बरसी के दिन एक बार फिर से संसद की सुरक्षा पर बड़ी चूक का मामला सामने आया है। लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए।जिसके बाद सदन में धुंआ फैलाया गया। सुरक्षा में सेंध को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि इसके पीछे 6 लोगों ने साजिश रची थी, जो देश के विभिन्न शहरों से आए थे। सभी ने गुरुग्राम में एक जगह रुककर संसद भवन के अंदर हंगामा करने की पूरी तैयारी की थी।

सुरक्षा में सेंध के पीछे की साजिश

बताया जा रहा है कि 6 आरोपियों ने संसद अटैक की बरसी के दिन हंगामा करने की पूरी प्लानिंग की थी। सुरक्षा में चूक के तार उत्तर प्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक और महाराष्ट्र से जुड़े बताए जा रहे हैं। आरोपी गुरुग्राम में ललित झा नाम के शख्स के पास रुके थे और पूरी तैयारी की थी।

दो लोग अब भी फरार

साजिश रचने वाले 6 आरोपियों में दो अब भी फरार हैं। पुलिस दोनों की तलाश के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस ने पांच लोगों की पहचान कर ली है। दो लोगों को सदन के अंदर से और दो को संसद के बाहर से गिरफ्तार किया गया है।

लोकसभा में कूदने वाले दूसरे व्यक्ति की पहचान

पुलिस ने लोकसभा में कूदने वाले दूसरे व्यक्ति की भी पहचान कर ली है। अधिकारियों के अनुसार उसकी पहचान मनोरंजन नामक व्यक्ति के रूप में की गई है। इससे पहले, एक अन्य व्यक्ति की पहचान उसके विजिटर पास से सागर शर्मा के रूप में हुई। दोनों दर्शक दीर्घा से सदन के अंदर कूद गए थे। दिल्ली के पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने बुधवार को सुरक्षा चूक के बाद स्थिति का जायजा लेने के लिए संसद भवन परिसर का दौरा किया। इस बीच, एक पुरुष और एक महिला को गिरफ्तार किया गया जब वे संसद भवन परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। उनकी पहचान हरियाणा के हिसार की नीलम (42) और महाराष्ट्र के लातूर के अमोल शिंदे (25) के रूप में हुई है।

दर्शक दीर्घा और एंट्री पास बनाने पर भी रोक

संसद की सुरक्षा में चूक को गंभीरता के साथ लेते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों के पीए के पास रद्द करने का आदेश दिया। इसके अलावा उन्होंने दर्शक दीर्घा और एंट्री पास बनाने पर रोक का भी आदेश दे दिया है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, आज जो घटना हुई वह हम सभी के लिए चिंता का विषय है और गंभीर भी है। इसकी उच्च स्तरीय जांच की जा रही है और उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। एक व्यापक समीक्षा की जाएगी।

शून्यकाल के दौरान हुई सुरक्षा में चूक वाली घटना

संसद की सुरक्षा में चूक की यह घटना 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी के दिन हुई है। सदन में शून्यकाल के दौरान दोपहर करीब एक बजे दर्शक दीर्घा से दो व्यक्ति सदन में कूदे और इनमें से एक व्यक्ति एक मेज से अगली मेज पर तेजी से कूदते हुए आगे की ओर भाग रहा था। इन लोगों ने केन से सदन में धुआं फैला दिया।

सांसदों ने आरोपियों को घेर कर की कुटाई

सुरक्षाकर्मियों और कुछ सांसदों ने आरोपियों को घेर लिया और पकड़कर उसकी कुटाई कर दी। घटना के तत्काल बाद पीठासीन सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। आरोपियों की कुटाई का वीडियो इस समय सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।

जूतों में छिपाकर संसद में लाए थे स्मोक क्रैकर

घटना के समय बैठक का संचालन कर रहे पीठासीन सभापति अग्रवाल ने बताया, हमें ऐसा लगा कि जैसे एक व्यक्ति गिर गया, फिर देखा तो एक व्यक्ति कूद रहा था। फिर ध्यान में आया कि दोनों कूदे होंगे। एक व्यक्ति ने जूते से कुछ निकालकर धुआं फैलाया। इसके बाद इन्हें पकड़ लिया गया। सांसद दानिश अली ने कहा कि एक व्यक्ति का पास निकाला तो पता चला कि उसका नाम सागर है और वह मैसूर के सांसद प्रताप सिन्हा के अतिथि के तौर पर आया था।

Danish Ali ने लगाए आरोप

दानिश अली ने आगे दावा किया कि जब उस व्यक्ति का परिचय किया गया, तो पता चला कि उसका नाम सागर है और वह मैसूर के सांसद प्रताप सिम्हा के अतिथि के रूप में आया था। वास्तविकता में, पुलिस ने सुरक्षा में चूक के मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें सागर भी शामिल है। दो व्यक्तियों ने संसद के कार्यक्षेत्र में प्रवेश किया, उनमें से एक का नाम सागर है जिसको पकड़ लिया गया है। इन दोनों के साथी संसद के परिसर से बाहर पकड़े गए हैं, अर्थात इस घटना में कुल चार व्यक्तियों का संबंध है।

Pratap Sinha जिम्मेदार या उनके खिलाफ साजिश

सांसद प्रताप सिन्हा, जो 42 वर्षीय हैं, मैसूर (कर्नाटक) से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद हैं। उनके पिताजी का नाम स्वर्गीय बी.ई. गोपाल गौड़ा है। उनकी पहचान मतदाता के रूप में 215-चामुंडेश्वरी (कर्नाटक) निर्वाचन क्षेत्र, भाग संख्या 109, क्रमांक 845 पर है। वे कन्नड़ भाषा के समाचार पत्रों में कॉलम लिखते हैं और पहले पत्रकार रहे हैं। उन्हें हिंदूत्व राजनीति में उभरते हुए देखा जाता है और वे भारतीय जनता पार्टी (BJP) के युवा मोर्चा के अध्यक्ष भी हैं।

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