रायपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बिलासपुर के महापौर रामशरण यादव को नोटिस थमा दिया है। उनसे 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है। नोटिस में कहा गया कि विधानसभा चुनाव के टिकट वितरण को लेकर हो रही टेलीफोनिक चर्चा का आडियो क्लीप सोशल मीडिया के माध्यम से वायरल हो रहा है, जो प्रदेश कांग्रेस के संज्ञान में आया है।
इस नोटिस में कहा गया है कि आडियो में जिस प्रकार की बातचीत हो रही है, वह पार्टी के अनुशासनहीनता की परिधि में आता है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने आडियो प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। उनसे 24 घंटे के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है।
अरुण तिवारी ने जारी किया था ऑडियो क्लिप
गौरतलब है कि पूर्व विधायक कांग्रेस से बागी होकर दो स्थानों से चुनाव लड़ रहे बिलासपुर के अरूण तिवारी ने प्रेस वार्ता लेकर कांग्रेस पार्टी में टिकट के लिए करोड़ों के लेनदेन का आरोप लगाया था। सबूत के तौर पर अरुण तिवारी ने अपने साथ बिलासपुर महापौर रामशरण यादव से हुई बातचीत का ऑडियो प्रस्तुत किया था। इस चर्चा में बिलासपुर महापौर ने टिकट के लिए प्रदेश प्रभारी द्वारा 4 करोड़ रूपये के लेन-देन की बात कही थी। इसका आडियो वायरल हुआ है।
रामशरण ने दी यह सफाई
इस मामले में महापौर रामशरण यादव ने प्रेस रिलीज जारी कर अपनी बात रखते हुए कहा था कि पूर्व विधायक अरुण तिवारी द्वारा मेरा हवाला देकर फैलाया गया यह ऑडियो पूरी तरह भ्रामक और असत्य है, मेरी उनसे इस तरह की कोई बातें नहीं हुई है। मैं कांग्रेस पार्टी का समर्पित सिपाही हूं, आगे भी रहूंगा, हम राज्य की 90 सीटों पर जीत के लिए कार्य कर रहे हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि हम फिर से मजबूत सरकार बनाएंगे। रामशरण यादव ने कहा कि मैं जिस वार्ड से पार्षद हूं, उस वार्ड के अरुण तिवारी सम्मानित नागरिक हैं, विधायक रहे हैं, व कांग्रेसी रहे हैं। लिहाजा उनसे वार्ड की समस्याओं व अन्य मुद्दों को लेकर बातचीत होती थी, लेकिन ऐसी कोई बातचीत उनसे नहीं हुई है।
बहरहाल कांग्रेस कमेटी के प्रभारी महासचिव मलकीत सिंह गेदू ने इसे गंभीरता से लेते हुए अध्यक्ष दीपक बैज के निर्देश पर बिलासपुर महापौर रामशरण यादव को शो कॉज नोटिस जारी कर दिया है। साथ ही पत्र प्राप्ति के 24 घंटे के भीतर इसका जवाब देने को कहा है।