रायपुर। माओवादियों ने बयान जारी कर भूपेश बघेल की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। माओवादियों ने अपने बयान में चुनाव और भाजपा कांग्रेस के बहिष्कार का आह्वान किया है।

पश्चिम बस्तर डिवीजन कमेटी भाकपा (माओ) के सचिव मोहन ने अपने बयान मे इन चुनावों का बहिष्कार कर वैकल्पिक जनताना सरकार स्थापित करने संघर्ष में कूदने कहा है ।

मोहन ने आगे लिखा है कि कांग्रेस की बघेल सरकार का कार्यकाल देखिए कि 2018 घोषणा पत्र में दारू बंद करने का वादा किया था, लेकिन नहीं किया। क्योंकि इसमें सरकार को 6500 करोड़ रूपया आमदनी हे रही है। बेरोजगार भत्ता – 2500 नहीं दिया, चुनाव को ध्यान में रखकर अप्रैल से दे रहे। वनोपज तेंदूपत्ता का 4 रु. घोषित 2019 से शुरू किया बजार में हर चीज दाम बढ़ गया लेकिन तेंदूपत्ता का दाम वही है। बैलाडीला से एक साल में 13 हजार करोड़ रूपया मिल रहा है लेकिन साम्राज्यवाद बड़ा पूंजीपतियों से 90 हजार करोड़ रूपया कर्ज लेकर एक महिने में 600 करोड़ रूपया व्याज देके छत्तीसगढ़ को कर्ज का गढ़ बना दिया है। पांच साल में बस्तर के आदिवासी इलाके में 54 नया पुलिस कैम्प खोलकर बस्तर को सैनिक छवानी में तब्दील किया गया है। जल-जंगल, जमीन के लिए लडऩे वाले जनता पर लाटीचार्ज, मारपीट गोली बरसना हवाई बमबारी करना कांग्रेस व भाजपा सरकारों की आम बात हो गई है।

भाजपा के लिए मोहन ने कहा है कि यह पार्टी देश के जनहित के लिए नहीं है।एक ही मकसद देश को हिन्दू राष्ट्र बनाना, अम्बानी, आदानी जैसे वालों को फायदे के लिए काम करना। मोदी सत्ता में आने के बाद नया भारत, डिजीटल भारत के नाम से देश का संपति को साम्राज्यवाद आदानी- अम्बानी को सौंप दिया है।

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