CYBER FRAUD

रांची। कानपुर में बिजली सप्लाई करने वाली कंपनी केस्को के ऑनलाइन पेमेंट गेटवे में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेंध लगाया और 1.48 करोड़ रुपए उड़ा लिए। यूपी STF और रांची पुलिस की टीम ने आरोपी कुंदन कुमार को गिरफ्तार कर लिया। उसे कांके थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर रांची सीजेएम की कोर्ट में पेश किया गया। अब उसे ट्रांजिट रिमांड पर उत्तर प्रदेश के कानपुर ले जाया जायेगा।

खातों में ट्रांसफर कराये रूपये

कुंदन मूल रूप से बिहार के औरंगाबाद जिले का रहने वाला है और इन दिनों रांची के कांके रोड में रहता था। पुलिस ने कुंदन के पास से 90.50 लाख रुपए बरामद किए हैं। उसने केस्को के बिलिंग अकाउंट से उड़ाई गई राशि को 23 अलग-अलग बैंक अकाउंट में जमा करवाए थे। पुलिस ने इन सभी बैंक अकाउंट को फ्रीज करा दिए हैं। इन अकाउंट में फिलहाल दस लाख की राशि है। पुलिस ने इस साइबर ठगी को अंजाम देने वाले कुंदन के सहयोगियों को देश के अलग-अलग राज्यों से गिरफ्तार किया है।

बताया गया कि कानपुर में बिजली सप्लाई करने वाली कंपनी बिल का भुगतान एक बैंक के ऑनलाइन गेटवे के जरिए लेती थी। हाल में जब केस्को ने बिल भुगतान का इंटरनल ऑडिट किया तो पता चला कि 1905 उपभोक्ताओं द्वारा बिजली बिल के एवज में जमा कराई गई लगभग 1.48 करोड़ रुपए की रकम केस्को के अकाउंट में पहुंची ही नहीं। इसके बाद केस्को की ओर से कानपुर के ग्वालटोली थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी।

दो घंटे काम कर झटके इतने रूपये

गिरोह के मास्टरमाइंड कुंदन ने सुमन का खाता खुलवाने के बाद गेटवे हैक कर लिया। फिर सॉफ्टवेयर इंजीनियर सुहेल खान ने केस्को के गेटवे के यूआरएल को बदला। 18 से 23 जून के बीच गेटवे के यूआरएल में छेड़छाड़ कर केस्को के 679 उपभोक्ताओं के 44.92 लाख रुपये और 01 से 16 जुलाई तक 1102 उपभोक्ताओं के 1.03 करोड़ रुपये सुमन के खाते में आ गए। फिर सुहेल ने इन्हें 22 अलग अलग खातों में ट्रांसफर कर चेक और कैश के जरिए निकाल लिया। गौरतलब है कि सुमन के नाम पर ही केस्को इलेक्ट्रॉनिक्स नाम से खाता खोला गया था।

पुलिस ने जब्त किये ये सामान

गिरफ्तार लोगों के पास से 90 लाख 50 हजार रुपये, 31 मोबाइल और 30 एटीएम बरामद हुए है। क्राइम ब्रांच ने दिल्ली के जसौला निवासी सुहैल खान, बागपत निवासी बिजली ठेकेदार विवेक शर्मा, बागपत के अनिल कुमार, करण राणा, योगेंद्र सिंह और शक्ति को पकड़ा है। सुहेल खान और अनिल कुमार बुलंदशहर से अन्य बागपत से दबोये गए। इसमें 20 वर्षीय करन राणा इंटर पास हैं। वह विवेक शर्मा का ड्राइवर है।

होटल खरीदने की थी योजना

एडीसीपी ने बताया कि पकड़े गए आरोपी सुहेल और विवेक ठगी की रकम से बागपत में 40 लाख रुपये कीमत में एक होटल खरीदनेे जा रहे थे। उन्होंने एक लाख रुपये एडवांस भी दे दिया था। लेकिन पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। पुलिस ने सुमन समेत कुल 23 लोगों के खाते फ्रीज कर दिए है। इन खातों कुल 10 लाख रुपये हैं

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