जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर से बस्तर के हार्डकोर नक्सली अशोक उर्फ बल्देव रेड्डी को एटीएस ने उसकी पत्नी के संग गिरफ्तार किया है। रेड्डी की तलाश चार राज्यों की पुलिस को थी। इस नक्सली पर 82 लाख रुपए का इनाम भी था।
60 से ज्यादा मामले हैं दर्ज
अशोक उर्फ बल्देव रेड्डी के ऊपर चार राज्यों तेलंगाना, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में 60 से ज्यादा मामले दर्ज थे। खास बात यह है कि गिरफ्तार किए गए नक्सली के पास से हथियार और तीन लाख रुपए नगद भी मिला है। वह माओवाद संगठन सीपीआई का सदस्य है जो देश में प्रतिबंधित है।
मध्य प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) को इस बात की जानकारी मिली थी कि नक्सली अशोक रेड्डी अपनी पत्नी कुमारी पोटाई के साथ जबलपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज कराने के लिए आया है। जिसके बाद एटीएस ने छापामार कार्रवाई करते हुए नक्सली को मौके से ही पत्नी समेत गिरफ्तार कर लिया। अशोक रेड्डी तेलंगाना और उसकी पत्नी रैमती उर्फ कुमारी पोटाई (43 वर्ष) छत्तीसगढ़ के नारायणपुर की रहने वाली बताई जा रही है।
पुलिस ने बताया कि अशोक पर चार राज्यों तेलंगाना, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में हत्या, हत्या का प्रयास, बलवा, अपहरण, पुलिस पर हमला, लूट, आगजनी, डकैती समेत 60 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। वह सीपीआई का स्पेशल सदस्य हैं, जबकि उसकी पत्नी नक्सली पार्टी के लिए प्रचार-प्रसार करती है। दोनों मिलकर नक्सली विचारधारा को आगे बढ़ाने और दूसरे लोगों को उससे जोड़ने में लगे थे। पुलिस को जैसे ही इनके मंडला और जबलपुर क्षेत्र में आने की जानकारी लगी तो तुरंत इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
एटीएस अफसरों का कहना है कि अशोक रेड्डी प्रतिबंधित संगठन CPI की दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी का सदस्य है। वहीं, रैमती उत्तर बस्तर क्षेत्र में पार्टी के लिए प्रचार-प्रसार का काम देखती है। वह माओवादी साहित्य, पर्चे, पम्पलेट, प्रेस विज्ञप्ति, बैनर, पोस्टर आदि को छपवाने का काम संभालती है। नक्सली अशोक रेड्डी का मुख्य कार्य क्षेत्र तेलंगाना और छत्तीसगढ़ से संबंधित रहा है। एटीएस आरोपियों से जुड़े अन्य सूत्र, नेटवर्क और मॉड्यूल की जानकारी पता कर रहा है।
पहले भी पकड़ा जा चुका है रेड्डी
एसजेडसी मेंबर अशोक पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। वह काफी समय तक जेल में भी रहा। गढ़चिरौली और गोंदिया में सक्रिय रहते उस पर कई नामजद आपराधिक मामलें दर्ज थे। हालांकि इन मामलों में उसे न्यायालय ने रिहा कर दिया था। मध्यप्रदेश एटीएस की पकड़ में आए नक्सल दंपत्ति से पूछताछ के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस भी पूछताछ करने के लिए रवाना हो चुकी है।