देवरिया से भाजपा सांसद रमापति राम त्रिपाठी को 29 साल पुराने मामले में कोर्ट ने 1 साल का सजा सुनाई है। इसके साथ ही भाजपा नेता संतराज यादव को भी दोषी पाया है। कोर्ट ने दोनों लोगों पर 2300-2300 रुपए का जुर्माना लगाया है।
16 जुलाई 1994 को हुई थी झड़प
बता दें कि यह मामला 29 साल पुराना है। 16 जुलाई 1994 को तत्कालीन बीजेपी प्रमुख लालकृष्ण आडवाणी का काफिला नौसढ़ से गुजर रहा था। इस दौरान रास्ते में मरवरिया गांव के पास बीजेपी नेताओं की पुलिस से किसी बात को लेकर बहस हो गई। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने नारा लगाते नेशनल हाईवे पर धरने पर बैठ गए थे। उस दौरान वहां तैनात सब इंस्पेक्टर शिवमंगल सिंह ने भाजपा कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया।
दरोगा को जड़ दिया था थप्पड़
हालांकि, विवाद बढ़ गया। पुलिस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हाथापाई हुई। इस दौरान रमापति राम त्रिपाठी ने सब इंस्पेक्टर शिवमंगल सिंह को थप्पड़ जड़ दिया। उनका रिवॉल्वर छीनने का प्रयास किया।
घटना को देखकर हमराहियों और कमर्चारियों ने वादी को बचाने का प्रयास किया तो उपेंद्र दत्त शुक्ल के साथ आए सौ-डेढ़ सौ कार्यकर्ता एक राय होकर पुलिस वालों को जान से मारने की नीयत से टूट पड़े और ईंट, पत्थर, कोल्ड ड्रिंक की बोतल, डंडा और लात-मुक्कों से बुरी तरह से मारना शुरू कर दिया। इससे जनता में भय का माहौल व्याप्त हो गया और दुकानदार अपनी दुकानें बंद कर भागने लगे थे। कोर्ट ने साक्ष्यों के आधार पर फैसला सुनाया है।