FAKE NEWS AROPI

0 आरोपी के यूट्यूब चैनल में भरे पड़े हैं फेक न्यूज़
0 NSUI अध्यक्ष की शिकायत पर की गई गिरफ़्तारी

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ फेक न्यूज़ चलाने वाले यूट्यूबर को राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है‌। राजेन्द्र कुमार स्वामी नामक इस यूट्यूबर को सिविल लाइन पुलिस की एक टीम ने जयपुर से पकड़ा।

NSUI रायपुर के जिलाध्यक्ष शान्तनु झा ने बताया कि बीते 28 मई को रात लगभग 9 बजे के यूट्यूब के RIH 777 नामक न्यूज़ चैनल पर एक फ़र्जी ख़बर फैलाई जा रही थी कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर ED के छापे में 2000 रुपये के करोड़ों नोट बरामद हुए हैं, साथ ही अन्य नेताओं के पास से भी इस तरह की रकम बरामद हुई है, जो कि सरासर झूठी खबर थी।

इस फर्जी खबर के विरोध में शांतनु झा और एनएसयूआई के अन्य कार्यकर्त्ता आधी रात को सिविल लाइन थाने पहुंचकर उक्त फर्जी न्यूज़ चैनल जिसका नाम RIH News 777 है, के खिलाफ शिकायत का ज्ञापन सौंपा और आईपीसी की धारा 504,505 (1) (बी) के तहत FIR दर्ज कराई।

इस मामले की जांच के दौरान पता चला कि यूट्यूब के RIH 777 नामक न्यूज़ चैनल का संचालन राजस्थान से राजेन्द्र कुमार स्वामी नामक यूट्यूबर द्वारा किया जा रहा है, जिसके बाद सिविल लाइन थाने से सब इंस्पेक्टर वासुदेव परगनिहा के नेतृत्व में एक टीम को राजस्थान भेजा गया, जहां प्राप्त लोकेशन के आधार पर राजेन्द्र कुमार स्वामी को गिरफ्तार किया गया। बता दें कि आईपीसी की जिन धाराओं 504,505 (1) (बी) के तहत राजेन्द्र कुमार स्वामी को गिरफ्तार किया गया वह छत्तीसगढ़ में अजमानतीय है, इसलिए आरोपी को पेश करने के बाद न्यायलय ने जेल भेज दिया।

चैनल की अधिकांश खबरें ही फर्जी हैं

आरोपी राजेंद्र स्वामी के यूट्यूब के RIH 777 न्यूज़ चैनल पर नजर डालें तो इसके द्वारा किसी भी खबर को सनसनीखेज ढंग से बनाकर अपलोड कर दिया गया है। साथ ही इसकी अधिकांश खबरें फर्जी हैं। इसके द्वारा छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल ही नहीं बल्कि उप्र के CM योगी आदित्यनाथ, बंगाल की CM ममता बनर्जी सहित नामचीन लोगों के बारे में फर्जी खबरें लगाई गईं हैं। बता दें कि इसकी सनसनीखेज ढंग से प्रस्तुत की गईं फर्जी खबरों के चलते ही इसके एक लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं और कई खबरों को तो लाखों लोगों ने देखा है। मगर इस बार छत्तीसगढ़ के CM के खिलाफ फर्जी खबर चलाना इस युट्यूबर को महंगा पड़ा और आज वह गिरफ़्तारी के बाद यहां के जेल की हवा खा रहा है।

कायदे से ऐसे फर्जी यूट्यूब चैनलों के खिलाफ शिकायत करके उन्हें बैन कर दिया जाना चाहिए। मगर अधिकांश लोगों को यह पता ही नहीं है कि इसकी शिकायत कहां की जानी चाहिए। हालांकि पुलिस थाने या साइबर पुलिस से इसकी शिकायत की जा सकती है, मगर दूसरे स्थान या राज्य की फर्जी खबर हो तो अमूमन स्थानीय पुलिस कार्रवाई नहीं करती। ऐसे में पुलिस को इस बात की जानकारी दी जानी चाहिए कि संबंधित मामले की शिकायत कहां की जाये।

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