नई दिल्ली। सीबीआई के द्वारा गिरफ्तार किए जाने के 103 दिनों के बाद दिल्ली के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया अपनी पत्नी से मिल पाए। दिल्ली हाई कोर्ट द्वारा दी गई सशर्त जमानत के चलते उन्हें किसी अन्य से मिलने या बात करने की इजाजत नहीं थी और मीडिया को भी उनसे दूर रखने का निर्देश दिया गया था। मुलाकात के बाद उनकी पत्नी ने एक पत्र जारी करके अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। सूत्रों के मुताबिक, दोनों की मुलाकात घर पर ही हुई। दिल्ली पुलिस और तिहाड़ जेल के सुरक्षाकर्मियों की कड़ी निगरानी में मनीष को उनके घर लाया गया और मुलाकात के बाद शाम को वापस जेल ले जाया गया।
मनीष की पत्नी सीमा सिसोदिया ने 7 घंटे की इस मुलाकात के बारे में पत्र में बताया कि किस तरह पुलिसवाले उनके बेडरूम के दरवाजे पर बैठकर लगातार उन्हें देखते रहे और उनकी हर बात सुनते रहे। उन्होंने लिखा कि किस तरह जब ये लोग पार्टी बना रहे थे, तब बहुत से शुभचिंतकों ने राजनीति से दूर रहने की सलाह देते हुए कहा था कि पहले से बैठे लोग काम करने नहीं देंगे और फैमिली को भी परेशान करेंगे, लेकिन मनीष की जिद थी। इन लोगों ने पार्टी बनाई और काम करके भी दिखाया। राजनीति ने बड़े-बड़े लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी पर बात करने को मजबूर किया। सीमा ने बताया कि किस तरह मनीष सिसोदिया जेल में दिक्कतों की परवाह किए बिना शिक्षा के जरिए देश को खड़ा करने और अरविंद केजरीवाल के साथ ईमानदार राजनीति करने का सपना देख रहे हैं। उनके मुताबिक, पिछले तीन महीने में मनीष ने दुनियाभर का शिक्षा का इतिहास पढ़ डाला है कि किस देश के किस नेता ने शिक्षा पर जिद करके काम किया और आज वो देश कहां से कहां पहुंच गए हैं। हमारी मुलाकात में मेरी तबीयत के साथ-साथ ये बातें भी हुई।