कोरबा। जिलाधीश कार्यालय कोरबा के खनिज विभाग में प्रवर्तन निदेशालय के अफसरों द्वारा की जा रही जांच तीसरे दिन समाप्त हूं। शनिवार की देर रात लगभग 2:30 बजे ED के अफसर और सशस्त्र बल के जवान खनिज विभाग से जब्त रिकार्ड के साथ वापस लौट गये। वही रायगढ़ के खनिज विभाग में एक दिन पहले ही शुक्रवार की देर रात ED की टीम ने जांच पूरी कर दस्तावेजों को जब्त कर वापस लौट गयी थी।
छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अफसरों ने 11 अक्टूबर को एक साथ रायपुर सहित बिलासपुर, महासमुुंद,रायगढ़ और कोरबा जिला में छापामार कार्रवाई की थी। ED की रेड में कोयला कारोबारी के साथ ही कोल ट्रांसपोर्टर और आई.ए.एस. अफसर के ठिकानों पर छापेमारी की गयी थी। इस कार्रवाई के ठीक 2 दिन बाद ईडी की टीम ने 13 अक्टूबर को कोरबा कलेक्टर कार्यायल में रेड की कार्रवाई की गयी। 13 अक्टूबर को दोपहर 12 बजें ED की टीम के पहुंचने से पहले ही सुबह 10 बजें से ही ED के 2 अफसर कलेक्टर कार्यायल में दाखिल हो गये थे।
बताया जा रहा हैं कि जांच रिपोर्ट तैयार करने के लिए जिला प्रशासन और जिला पंचायत के 30 से अधिक कम्पयूटर ऑपरेटरों की टीम ED को उपलब्ध करायी गयी थी। जिनके द्वारा ED के दिशा निर्देश पर कोयला से जुड़े रिकार्ड बनवाए गए। वहीं 13 अक्टूबर से ही खनिज विभाग के माइनिंग अफसरों के साथ ही पूरे स्टाफ को आफिस में ही ED ने नजरबंद कर रखा था। घर जाने की अनुमति किसी को नही दी गयी थी। शनिवार की देर रात 1:30 बजें ईडी की जांच पूरी होने के बाद रिकार्ड कलेक्ट कर जब्त किया गया। इसके बाद ED के अफसरों ने दस्तावेजों की जब्ती और प्रशासनिक कार्रवाई पूरी कर देर रात करीब 2:30 बजें कोरबा कलेक्टोरेट से रायपुर के लिए रवाना हो गये।