0 शराब दुकान में ब्लैक लिस्ट कर्मियों का कब्जा..!
0 दुकानों में लगे कैमरों के फुटेज से खुल जाएगी पोल
0 सुपरवाइजर, अफसर और राकेश ढीढी की संलिप्तता
रायपुर। राजधानी के अभनपुर स्थित विवादास्पद शराब दुकान में अफरा तफरी का एक नया मामला सामने आया है। पता चला है कि इस शराब दुकान में अवैध रूप से कोचियों को शराब बेचने और ओवर रेटिंग में शराब बेची जा रही है।
’मनपसंद’ में उपलब्ध मगर दुकान में नहीं
बता दें कि इस दुकान से ग्राहकों द्वारा जब शोले ब्रांड मदिरा की मांग की जाती है तो स्टॉक में नहीं है, का हवाला दे कर कोई दूसरी ब्रांड थमा दी जाती है। जबकि शोले देशी मदिरा का स्टॉक मनपसंद में दिखा रहा होता है। बहुत सी शराब दुकानों में ऐसा ही काला कारोबार किया जा रहा है।
सूत्र बताते हैं कि कोचिया और अवैध शराब का कारोबार राकेश ढीढी नामक शख्स द्वारा बाहर से संचालन किया जा रहा है । यही हाल नवापारा शराब दुकान का भी है, इसका भी संचालन बाहर से राकेश ढीढी द्वारा किया जा रहा है।
ब्लैक लिस्टेड कर्मचारी है ढीढी
बताया जा रहा है कि राकेश ढीढी, जो ब्लैक लिस्टेड कर्मचारी है, उसके संरक्षण में कोचियों को शराब अभनपुर और नवापारा की दुकानों से दी जा रही है। इस प्रकार चल रहे कोचिया और अन्य अवैध गतिविधि के बारे में बार बार शिकायत भी की जाती रही है। लेकिन कोई अधिकारी इस पर कोई कार्यवाही नहीं करता है। जिससे यह सवाल उठता है कि शासन प्रशासन क्यों आंख मूंदे बैठी है। इसका सीधा मतलब है कि दुकान की अवैध कमाई का हिस्सा अफसरों को भी जा रहा है। तभी ये सारा काला कमाई का खेल धड़ल्ले से किया जा रहा।

फोन रिसीव करने से अफसरों को है परहेज
इस संबंध में जब नीलम स्वर्णकार, जो अभनपुर दुकान की प्रभारी आबकारी अधिकारी हैं, उनसे इस मामले में सम्पर्क करने का प्रयास किया जाता है, तो वे न तो किसी का फोन उठाती हैं, और न ही शिकायत मिलने पर कोई सख्त कार्यवाही करती हैं। ऐसे में आम जनता आखिर क्या करे। इससे साफ है ऐसे ही अफसरों के संरक्षण में ये कोचिया और ओवर रेटिंग का खेल किया जा रहा है। तभी मैडम न तो इस विषय पर बात करती है और फोन भी नहीं उठाती है।
बता दे इस प्रकार रायपुर जिले के अधिकतर शराब दुकानों में अवैध रूप से बाहर से दुकानों का संचालन किया जा रहा है। कोचिया और ओवर रेटिंग का काला कारोबार बिना अधिकारी के संरक्षण के संभव नहीं है। आखिर राकेश ढीढी, जो ब्लैक लिस्टेड है, कैसे बाहर से दुकान संचालित कर पा रहा है।

