0 ‘नशामुक्त समाज के लिए युवा’ थीम पर आधारित है शिविर
मदनपुर, कोरबा। शासकीय इं .वि. स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोरबा की राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) इकाई द्वारा आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ कोरबा विकासखंड के ग्राम मदनपुर में किया गया। यह शिविर 28 नवम्बर 2025 तक संचालित होगा, जिसमें महाविद्यालय के 100 स्वयंसेवकों की सक्रिय सहभागिता रहेगी। यह शिविर ‘नशामुक्त समाज के लिए युवा’ थीम पर आधारित है।

शिविर का औपचारिक उद्घाटन ग्राम की सरपंच कवित्री बाई राठिया तथा गांव के नागरिकों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन और शुभकामनाओं के साथ सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर अजय पटेल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए शिविर की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने स्वयंसेवकों को प्रेरित करते हुए कहा कि यह शिविर केवल सेवा नहीं, बल्कि ग्रामीण जीवन को समझने, कम संसाधनों में खुश रहते हुए लक्ष्य प्राप्त करने, तथा गांव की संस्कृति, संघर्षों और मूल्यों को निकट से जानने का एक सुनहरा अवसर है। यह सात दिवसीय विशेष शिविर ग्रामीण विकास, सामुदायिक कार्यों, व्यक्तित्व विकास, नेतृत्व प्रशिक्षण एवं जन-जागरूकता कार्यक्रमों पर केंद्रित रहेगा। गांव के मर्दन सिंह राठिया और अन्य नागरिकों ने स्वयंसेवकों को शुभकामनाएं दी और गांव की प्राचीन गौरवशाली पृष्ठभूमि से अवगत कराते हुए उन्हें सेवा एवं अनुशासन को सर्वोपरि रखने की प्रेरणा दी।

विशिष्ट अतिथि गणपत राम राठिया ने गांव में शिक्षा सुधार की दिशा में हो रहे सकारात्मक परिवर्तनों का उल्लेख किया और कहा, “आपके कार्य और व्यवहार से हमारे बच्चों और ग्रामीणों को प्रेरणा मिलेगी। शिविर के इन सात दिनों में आप सब अपनी सकारात्मक छाप अवश्य छोड़ें।” उदयराम राठिया, गणमान्य नागरिक, ने सभी को सादगी से रहने, सीखने और उत्साहपूर्वक कार्य करने की शुभकामनाएं दीं। सरपंच कवित्री बाई राठिया ने सभी को आशीर्वाद देते हुए कहा, “आप यहां सीखें, सेवा करें और गांव को एक सकारात्मक संदेश दें। आपके प्रयास शिविर के उद्देश्य को सफल बनाएंगे।” महाविद्यालय के ग्रंथपाल दीपक टेकाम ने भी शिविर की सफलता के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रोफेसर कन्हैया सिंह कँवर ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा, “आप सभी इन सात दिनों का हर क्षण सेवा, अनुशासन और समर्पण के साथ जिएं। NSS के आदर्श—नेतृत्व, सहानुभूति, भागीदारी और सेवा को आत्मसात कर एक बेहतर नागरिक बनें। भारत गांवों का देश है, और मदनपुर में आयोजित यह शिविर आपकी सीख को जीवनभर सार्थक बनाएगा, जिससे आप एक बेहतर इंसान बनकर वापस जाएंगे।”
कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर मधु कँवर ने आभार प्रदर्शन करते हुए स्वयंसेवकों को सभी जिम्मेदारियों को ईमानदारी और समयबद्धता से पूर्ण करने का आग्रह किया।

शिविर में वरिष्ठ स्वयंसेविकाएं सुश्री ऋचा स्वर्णकार और कनीज फातिमा अपने अनुभवों से स्वयंसेवकों का मार्गदर्शन कर रही हैं। महाविद्यालय की कर्मचारी श्रीमती निर्मला राठिया शिविर में प्रत्येक कार्यों में निरंतर सहयोग एवं निर्देशन प्रदान कर रही हैं।
आयोजकों का कहना है कि यह शिविर ग्रामीण विकास और युवा व्यक्तित्व निर्माण की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।

