बिलसपुर। बिलासा गर्ल्स कॉलेज में उर्दू विभाग की तरफ से उर्दू की तरक्की के लिए विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एस. आर .कमलेश ने इस कार्यक्रम में मौजूद लोगों का स्वागत किया और उर्दू से आम लोगों को कैसे जोड़ा जाए, इस विषय पर मशवरा किया। डॉ. एच. आगर ने उर्दू को भारत में पैदा होने वाली ज़बान बताया और उर्दू की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को बच्चों के सामने रखा। वाहिद सिद्दीकी ने विद्यार्थियों को उर्दू की अहमियत बताते हुए कहा कि हम उर्दू केवल परीक्षा पास होने के लिए न पढ़ें बल्कि सच तो यह है कि उर्दू से आज आप कई क्षेत्र में कैरियर बना सकते हैं, उर्दू से आप सिविल सर्विसेज में भी जा सकते हैं। समाज के लोगों को जागरूक कीजिए, उर्दू से जिन जिन क्षेत्रों में आप कैरियर बना सकते हैं, उसको आम अवाम तक ले कर जाएं।

इस मौके पर डॉ.इम्तियाज अहमद अंसारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में अकेला बिलासा गर्ल्स कॉलेज है, जिसमें उर्दू की पढ़ाई होती है इस कॉलेज के जितने भी प्राचार्य, एच.ओ.डी. रहे, सबने उर्दू के लिए बहुत कोशिशें की। आज ऐसे ही लोगों की वजह से हमारे बिलासा गर्ल्स कॉलेज की एक अलग पहचान पूरे छत्तीसगढ़ में है।

इस पूरे विचार संगोष्ठी को मशहूर शायर एजाज़ परवेज़ ने अपनी शायरी से सम्मोहित कर दिया। इस अवसर पर उर्दू विभाग की प्रोफेसर. डॉ. शाजिया इल्मी ने आए हुए सभी लोगों का धन्यवाद दिया। विचार संगोष्ठी के इस अवसर पर उपस्थित जावेद अली, नासिर, खलील बेग, एजाज़ परवेज़, शबाना बेगम, शहनाज और बड़ी संख्या में उर्दू से मुहब्बत रखने वाले व विद्यार्थी शामिल थे।

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