भोपाल। पूर्वी मध्यप्रदेश के डिंडोरी जिले के एक गांव में एक महिला ऐसी समस्या के चलते अपने पति का घर छोड़कर मायके चली गई, जिसे सुनकर प्रशासन भी हरकत में आ गया है। यह मामला आने के बाद गांव के लोगों को अब उम्मीद है कि उनकी समस्या खत्म हो जाएगी।
जनसुनवाई में पहुंचा यह मामला
दरअसल देवरा गांव के जितेंद्र सोनी नामक व्यक्ति ने साप्ताहिक ‘जनसुनवाई’ के दौरान जिला प्रशासन के समक्ष पानी की समस्या से जुड़ी अपनी वैवाहिक शिकायत रखी। सोनी ने बताया कि “गांव में पानी की समस्या के कारण मेरी पत्नी ने मुझे छोड़ दिया है। वह हमारे बच्चों के साथ अपने माता-पिता के घर चली गई।
सोनी की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए डिंडोरी के कलेक्टर ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (पीएचई) विभाग के अधिकारियों को जिला मुख्यालय से सिर्फ तीन किमी दूर स्थित देवरा में पानी की कमी को दूर करने का निर्देश दिया।
छत्तीसगढ़ की सीमा से सटा आदिवासी बहुल डिंडोरी जिला मप्र की राजधानी भोपाल से करीब 460 किमी दूर स्थित है।
सोनी ने मीडिया कर्मियों को बताया कि कि उन्होंने अपनी पत्नी लक्ष्मी को गांव में ही रहने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी। उन्होंने कहा, “मैंने उससे कहा कि हमारे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी, लेकिन उसने कहा कि पानी की समस्या के कारण गांव में कोई भविष्य नहीं है।”
सोनी ने दावा किया कि उनके गांव की कई अन्य महिलाएं पानी की कमी के कारण गांव छोड़ने को तैयार हैं।
एक हैंड पंप पर ढाई हजार लोग निर्भर..!
उन्होंने कहा, ” मैं एक बेरोजगार मजदूर हूं और मेरे लिए अपने दम पर पानी की व्यवस्था करना संभव नहीं है।” सोनी ने बताया कि उसके गांव में एक हैंडपंप है और 2,000-2,500 लोग इस पर निर्भर हैं।
उन्होंने बताया, “सुबह से लेकर रात तक हैंडपंप पर भारी भीड़ रहती है। लोगों को वहां से बमुश्किल ही पानी मिल पाता है।”
पीएचई अधिकारी अफजल अमानुल्ला ने इस मुद्दे पर मीडिया को बताया कि उन्होंने समस्या के समाधान के लिए काम शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा, “गांव में एक बोरवेल है जिसे ‘नल, जल’ योजना के तहत खोदा गया है, लेकिन जल स्तर गिरने से लोगों को देवरा गांव में पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है। ग्रामीणों ने मांग की है कि उन्हें पड़ोसी गांव की पानी की टंकी से पानी का कनेक्शन दिया जाए।”
अमानुल्ला ने कहा कि देवरा में पुरानी पाइपलाइन को पानी की टंकी से जोड़ने का काम शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “हम पानी टंकी के जरिए पानी की आपूर्ति शुरू करने जा रहे हैं।”
अधिकारी ने कहा कि देवरा, हंस नगर और साकेत नगर में नल से पानी उपलब्ध कराने का काम पहले ‘जल जीवन’ मिशन के तहत स्वीकृत किया गया था और इसके तहत हंस नगर में पानी की टंकी का निर्माण किया गया।
उन्होंने कहा कि देवरा में मौजूदा पाइपलाइन नेटवर्क को पानी की टंकी से जोड़ने के बाद सोनी और अन्य ग्रामीणों को पानी की बेहतर सुविधा मिलेगी। अमानुल्ला ने कहा कि पीएचई गांव के सभी इलाकों को जलापूर्ति लाइनों के माध्यम से जोड़ने की कोशिश कर रहा है।