भिलाई। ठगों ने खुद को CBI का अफसर बताकर महिला को केस में फंसाने की धमकी देकर लाखों रुपए की ठगी करने वाले दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मनीष दोषी और अशरफ खान नाम के इन युवकों को गुजरात से पकड़ा है।

वीडियो कॉल किया और लगे धमकाने

आईपीएस चिराग जैन व डीएसपी क्राइम अजय सिंह ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि एलआईजी 512 हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी, बघेरा, दुर्ग निवासी फरिहा अमीन कुरैशी के मोबाइल पर दिल्ली पुलिस के नाम से एक वीडियो कॉल आया। इसमें कॉल करने वाले ने स्वयं को दिल्ली का CBI अफसर बताया। उन्होंने बताया कि संदीप कुमार नामक व्यक्ति के खिलाफ मनी लॉड्रिग, ड्रग तस्करी समेत अन्य अपराध की जांच चल रही है। फिर संदीप कुमार के पास से 180 बैंक खाते मिलने की जानकारी फरिहा को दी गई। इसमें एक बैंक खाता पीड़िता के नाम का HDFC बैंक दिल्ली का होना बताया गया। उक्त खाते से 8.7 करोड़ रुपए जमा होने की जानकारी दी गई।

इस तरह लिया झांसे में

सीबीआई के फर्जी अफसर ने पीड़िता को बताया कि, संदीप कुमार के पूछताछ में सभी खाता धारकों ने उससे 10 प्रतिशत हिस्सा लिया था। इस दौरान पीड़िता ने फर्जी अफसर दिल्ली को इस कृत्य से मना किया। मगर उसने विवरण लेकर तुरंत दिल्ली आकर बयान देने का झांसा दिया। फिर ऑनलाइन बयान लेने के लिए दबाव बनाया गया। ऐसा नहीं करने पर उनकी गिरफ्तारी का डर भी दिखाया गया। इसके बाद पीड़िता से फर्जी IPS सुनील कुमार गौतम नामक व्यक्ति का ऑनलाइन परिचय कराया गया। इस दौरान महिला से पूछताछ कर बयान लेने का नाटक किया गया। बाद में महिला को धमकी देकर जेल जाने से बचने के लिए उससे रूपये मांगे गए।

डरा-धमका कर वसूले 41 लाख रूपये

इस तरह पीड़िता को डरा धमका कर भारतीय स्टेट बैंक गंजपारा दुर्ग से अलग-अलग समय पर आरोपियों द्वारा 41 लाख रुपए आरटीजीएस के माध्यम से आरबीआई इण्डिया में जमा कराए गए। मामले की शिकायत के बाद थाना प्रभारी विजय कुमार यादव के नेतृत्व में जांच शुरू की गई। सायबर सेल भिलाई से जानकारी मिली कि 9 लाख 50 हजार रुपए 29 जनवरी 2025 को राजकोट नागरिक सहकारी बैंक ब्रांच मोरबी गुजरात के आस्था लांजिस्थ संस्था के नाम से संचालित खाते में उक्त रकम ट्रांसफर हुआ। खाता का संचालक आरोपी नक्षत्र अपार्टमेन्ट 05 फलोर फ्लैट नं. 504 सनाडा रोड़ मोरबी थाना मेरबी सिटी ए डिविजन जिला मोरबी, गुजरात निवासी मनीष दोसी राजकोट गुजरात का होना पाया गया है।

अंगडिया ग्रुप करता था हवाला

आरोपी का वीडियो फुटेज भी पैसा निकालते समय बैंक का सायबर सेल भिलाई को मिला है। जिसकी गिरफ्तारी की गई, आरोपी मनीष दोसी से पूछताछ करने पर अन्य आरोपी सुरेन्द्रनगर गुजरात निवासी असरफ खान के बारे में बताया। आरोपी असरफ खान का मोबाइल चेक करने पर क्रिप्टो करेंसी से जुडे एप्प दिखने पर पूछताछ की गई।

पुलिस ने बताया कि, दोनों आरोपियों द्वारा साइबर ठगी से मिलने वाली रकम को क्रिप्टो करेंसी में लगाकर दुबई ‘अंगडिया’ के माध्यम से रकम हवाला किया जाता था।

आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने धारा 318(4), 3(5) बीएनएस, आईटी एक्ट के तहत जुर्म दर्ज किया गया है।

आरोपियों से पुलिस ने कार जीजे 13 एआर 2422, नोट गिनने की मशीन, चार चेक बुक, लैपटाप, तीन मोबाइल, आधार कार्ड जब्त किया गया। न्यायालय मोरबी, न्यायालय सुरेन्द्र नगर गुजरात से ट्रांजिस्ट रिमांड आरोपियों का लेकर पुलिस सिटी कोतवाली दुर्ग पहुंची। आरोपियों को न्यायालय दुर्ग में पेश किया गया। इस कार्रवाई में दुर्ग कोतवाली प्रभारी विजय यादव समेत उनकी टीम का अहम योगदान रहा है।

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