रायपुर। राजधानी के वीआईपी रोड में पिछले दिनों हुए सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद कार चला रही उज्बेकिस्तान की युवती और डीआरआई के वकील के सेक्स रैकेट से जुड़े होने का खुलासा हुआ। गहन जांच के दौरान पुलिस ने गिरोह से जुड़े लोगों की धर-पकड़ शुरू की। फरार लोगों की खोजबीन के दौरान पुलिस ने आखिरकार इस गिरोह के मास्टर माइंड को कोलकाता से धर दबोचा।

बताया जा रहा है कि पुलिस की टीम ने कोलकाता में छापेमारी करके उसे दबोच लिया है। कागजी कार्रवाई और ट्रांजिट रिमांड पर आरोपी को रायपुर लाया जा रहा है।

पुलिस ने कई लोगों को किया गिरफ्तार

5 फरवरी की रात हुई घटना के बाद उजबेक युवती और अधिवक्ता भावेश आचार्य को हत्या के आरोप में जेल भेज दिया गया है। वहीं राजधानी रायपुर के दो एजेंट रवि ठाकरे एवं मोहन को हिरासत में लिया जा चुका है। पिकाडली मोहबाबाजार, फ्लोरेंस तेलीबांधा एवं ग्रैंड नीलम होटल में भी एक उजबेक युवती समेत दिल्ली व हैदराबाद की तीन युवतियां पकड़ी गई हैं, जिनके बयान के आधार पर पीटा एक्ट के तहत दो अपराध दर्ज करके कवर्धा, अंबिकापुर एवं कोलकाता में छापेमारी की गई। कोलकाता से मास्टरमाइंड एवं अंबिकापुर व कवर्धा से एजेंट गिरफ्त में लिए गए हैं।

इधर तेलीबांधा और सरस्वती नगर थाने में व्यापार विरोधक अधिनियम के तहत दर्ज मामले में आधा दर्जन एजेंट पहले ही पुलिस की हिरासत में हैं। इनमें रायपुर के दो एजेंटों के साथ अंबिकापुर और कवर्धा में रह रहे मास्टरमाइंट के दो और लिंक भी शामिल हैं।

गिरोह ने छत्तीसगढ़ में जमाई अपनी जड़ें

बताया जा रहा है कि कोलकाता में बैठे मास्टरमाइंड ने मुंबई में अपने इंटरनेटमेंट एजेंसियों के लोगों की मदद से पूरे छत्तीसगढ़ में सेक्स रैकेट का जाल बिछा रखा है। वेबसाइट के जरिये कॉल आने पर वे लोग वाट्सएप से रैकेट में शामिल युवतियों की तस्वीरें भेजकर सौदा करते और ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर होते ही युवतियों को ग्राहकों तक भेज देते।

अब जानते हैं कि पुलिस की पूछताछ में किस तरह इस इंटरनेशनल सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ।

वकील और नोरा की पहली मुलाकात

पुलिस को इंटेरोगेशन में पता चला कि नोरा (बदला हुआ नाम) 20 जनवरी को टूरिस्ट वीजा पर उज्बेकिस्तान से मुंबई आई। नोरा 30 जनवरी को रायपुर पहुंची थी। इसके बाद 31 जनवरी को उसकी वकील के साथ दलाल के माध्यम से पहली मुलाकात हुई। वे दोनों साथ में वीआईपी रोड स्थित एक होटल में रुके थे।

 

वकील के खाते से 27-27 हजार के दो ट्रांजेक्शन

इसके बाद वकील ने फिर एक बार 5 और 6 फरवरी की दरमियानी रात नोरा से होटल में मुलाकात की। बताया जा रहा है कि पुलिस को कुछ ऐसे सबूत भी मिले हैं, जिसमें वकील के बैंक अकाउंट से दो बार 27-27 हजार का पेमेंट किया गया है।

5-6 फरवरी की रात एक्सीडेंट के बाद हुए बवाल के बाद पुलिस जांच–पड़ताल के लिए सरस्वती नगर स्थित उस होटल पर पहुंची, जहां नोरा ठहरी हुई थी। यहां पता चला कि उसका सामान पुलिस के आने से पहले ही उसकी एक सहेली लेकर जाकर चुकी है।

एक और विदेशी युवती आई पकड़ में

पुलिस ने इसके बाद नोरा की सहेली का पता लगाया। पता चला कि वह VIP रोड स्थित एक होटल में रुकी हुई है। पुलिस बिना देर किए इस होटल में पहुंची। होटल के कमरा नंबर 506 से पुलिस ने नोरा की सहेली सोफिया (बदला हुआ नाम) काे हिरासत में लिया।

पता चला कि, नोरा को स्पेशल डिमांड पर उज्बेकिस्तान से रायपुर बुलाया गया था। इतना ही नहीं नोरा के साथ उसकी सहेली सोफिया दोनों के लिंक प्रॉस्टिट्यूशन से जुड़े हुए हैं। दोनों रायपुर के अलग–अलग होटल्स में ठहरी हुई थीं।

दलाल इस तरह करते थे कमाई

इस मामले की जांच के दौरान एक यह बात भी सामने आ रही है कि इन रशियन युवतियों को 7 और 9 हजार रुपए एक दिन के दिए जाते थे, जबकि दलाल ग्राहकों से 25 से लेकर 40 हजार रुपए तक वसूल करते थे। युवतियों के आने जाने और होटल में ठहरने का खर्च दलाल उठता था। मतलब इस धंधे से जुड़े दलाल चार से पांच गुना रकम वसूलकर एक छोटा हिस्सा युवतियों को देते हैं।

इस मामले में एक टैक्सी ड्राइवर को भी गिरफ्तार किया गया है, जो इन विदेशी लड़कियों को कस्टमर से जोड़ने के लिए ब्रिज का काम करता था।

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